रांची: झारखंड में चुनावी तपिश के बीच बेमौसम बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. शाम होते ही रांची में काफी देर तक झमाझम बारिश होती रही. सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए रहे. मौसम केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में डिप्रेशन की वजह से मौसम के मिजाज में बदलाव हुआ है.
बुधवार को रांची के अलावा धनबाद, गुमला, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा के कई हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हुई है. यह सिलसिला आने वाले दिनों में भी देखने को मिल सकता है. मौसम केंद्र का अनुमान है कि 17 अक्टूबर को राज्य के उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भागों में हल्के से मध्यम दर्जे तक की बारिश हो सकती है. इसका सीधा असर देवघर, धनबाद, गोड्डा, दुमका, गिरिडीह, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज के अलावा पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला के साथ-साथ रांची और आसपास के जिलों में पड़ सकता है.
साथ ही 18 अक्टूबर को भी इन्हीं इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. मौसम केंद्र ने इन जिलों में वज्रपात की आशंका जताते हुए खेतों में जाने और पेड़ के नीचे रुकने से बचने की सलाह दी है. अगले दो दिनों तक आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है. 19 अक्टूबर से सूरज का दीदार हो सकेगा.
पिछले 24 घंटों में खूंटी के तोरपा में सबसे ज्यादा 24.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है. इस दौरान अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सरायकेला में और न्यूनतम तापमान रांची में 21 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है. मौसम केंद्र का कहना है कि बेमौसम बारिश की वजह से तापमान में कोई खास बदलाव नहीं दिखेगा.
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