नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले 2025 में श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकें इसके लिए रेलवे की तरफ से करीब 1000 स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है. देश के सभी राज्यों से ये ट्रेनें प्रयागराज के लिए चलाई जाएंगी. इसके लिए रेलवे के विभिन्न जोन द्वारा रूट तैयार किए जा रहे हैं. उत्तर रेलवे (एनआर) और उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन पर ट्रेनों के संचालन की बड़ी जिम्मेदारी होगी.
2019 के बाद प्रयागराज में कुंभ मेला
2019 के बाद फिर से प्रयागराज में कुंभ मेला लग रहा है. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक यह कुंभ मेला चलेगा. हर रोज कुंभ मेले में गंगा स्नान करने के लिए न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के कई देशों से लोग आते हैं. कुंभ मेला उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश का एक बड़ा महापर्व है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने बड़ी संख्या में ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है, जिससे श्रद्धालु आसानी से कुंभ मेले में आ जा सकें. उन्हें असुविधा ना हो इस के लिये स्पेशल ट्रेनों के साथ अन्य ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ाई जाएगी.
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दिल्ली और प्रयागराज के बीच संचालन
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जनवरी 2025 में प्रयागराज में शुरू होने जा रहे कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 12 जनवरी से 26 फरवरी के बीच 1000 स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है. इन ट्रेनों का संचालन देशभर के विभिन्न राज्यों से प्रयागराज के बीच किया जाएगा. ट्रेनों का संचालन आवश्यकता अनुसार रूटों पर किया जाएगा. इसके साथ ही अन्य ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ाई जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिल सके. महाकुंभ मानव सभ्यता का सबसे बड़ा संगम और मेला है.
एनआर और एनसीआर जोन पर रहेगी बड़ी जिम्मेदारी
प्रयागराज रेलवे के नार्थ सेंट्रल रेलवे (एनसीआर) में आता है और उत्तर प्रदेश का ज्यादातर हिस्सा उत्तर रेलवे में आता है. विभिन्न राज्यों से आने वाली ट्रेनें उत्तर रेलवे से होकर जाएंगी. उत्तर रेलवे की तरफ से भी बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. उत्तर रेलवे की तरफ से ट्रेनें चलाने के लिए रूट और टाइमिंग का निर्धारण किया जा रहा है. इन सबके निर्धारण के बाद जल्द ही ट्रेनों की सूची भी जारी की जाएगी.
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