नई दिल्ली: भारतीय रेलवे में 11 साल बाद ट्रेड यूनियन का चुनाव होने जा रहा है. यह चुनाव रेलवे के सभी जोन में चार-पांच और 6 दिसंबर को होगा, जिसमें रेलवे के 12 लाख कर्मचारी मतदान करेंगे. विभिन्न रेलवे संगठनों की तरफ से जोनल कार्यालय में चुनाव लड़ने का दावा भी किया जा चुका है. उत्तर रेलवे में 6 संगठनों ने चुनाव लड़ने का दावा किया था लेकिन एक संगठन को अयोग्य ठहरा दिया गया है. अब पांच संगठन इस चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं.
रजिस्टर्ड संस्था ही इस चुनाव में ले सकती है हिस्साः रेलवे अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ट्रेड यूनियन नियमों के तहत रजिस्टर्ड संस्था ही इस चुनाव में हिस्सा ले सकती है. भारतीय रेलवे में कुल 19 ज़ोन हैं. 4, 5 और 6 नवंबर को रेलवे ट्रेड यूनियन का चुनाव होंगा. यह चुनाव हर 5 साल में होता है लेकिन विभिन्न कारणों से ये चुनाव 11 साल बाद हो रहा है. इससे पहले ये चुनाव वर्ष 2013 में हुआ था. इस चुनाव में सभी ज़ोन के अंतर्गत आने वाली रेलवे की संस्थाएं चुनाव लड़ती है.
चुनाव लड़ने के लिए संस्ता का रजिस्टर्ड होना जरूरीः चुनाव लड़ने के लिए जो संस्था रजिस्टर्ड होती है वह आवेदन करती है. योग पाए जाने पर ही संस्था चुनाव लड़ पाती है. इसमें रेलवे के कर्मचारी मतदान करते हैं. इसके लिए रेलवे स्टेशनों पर मतदान बूथ बनाए जाते हैं. बता दे कि रेलवे में 12 लाख से अधिक कर्मचारी हैं, जो मतदान करेंगे. किसी जोन में कर्मचारियों को 3 तो किसी में 2 संस्थाओं को मतदान करना होता है. करीब 35 प्रतिशत मतदान पाने वाली संस्था को ही जोनल रेलवे से मान्यता मिलती है. मान्यता के साथ रेलवे की तरफ से कई तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं. चुनाव प्रक्रिया के बाद जिस संस्था को मान्यता नहीं मिल पाती है. उन्हें सुविधाओं को छोड़ना पड़ता है. यदि रेलवे की तरफ से पहले से सुविधाएं मिली हुई हैं.
उत्तर रेलवे में पांच संस्थाएं लड़ेंगी चुनाव: उत्तर रेलवे के बडौदा हाउस में रेलवे की ट्रेड यूनियन का चुनाव लड़ने के लिए छह संस्थाओं ने दावा किया था. 14 नवंबर को सिर्फ पांच संस्थाओं को चुनाव के लिए योग्य घोषित किया गया. इसमें ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की एनआरएमयू, नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन रेलवे मेंस की यूआरएमयू, भारतीय रेल मजदूर संघ की यूआरकेयू, इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन की एनआरईयू और स्वतंत्र रेल बहुजन कर्मचारी यूनियन को चुनाव के लिए उत्तर रेलवे की ओर से योग्य घोषित किया गया है. वहीं, ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर यूनियन के चूनाव के लिए आवेदन अयोग्य घोषित कर दिया गया है.
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