लखनऊ: लखनऊ-कानपुर का सफर अब दिल्ली नोएडा जैसा होने वाला है. इसके लिए रेलवे खास तैयारी कर रहा है. रेलवे ने लखनऊ-कानपुर के बीच हाईस्पीड वंदे भारत मेट्रो के लिए सर्वे शुरू कर दिया है. 1400 करोड़ रुपये से इन दो शहरों के बीच ट्रेन चलाई जाएगी. इसके शुरू हो जाने से यात्रियों को खासी राहत हो जाएगी. तीन महीने में सर्वे की रिपोर्ट तैयार होगी. इसके बाद रेलवे निर्माण कार्य कराएगा. उत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है. इस ट्रेन के शुरू होने से 90 किमी की दूरी तीन घंटे से घटकर महज 45 मिनट में पूरी हो जाएगी.
रेलवे ट्रैक को तैयार कर लिया: मिशन रफ्तार योजना के तहत रेलवे प्रशासन अपने ट्रैक की स्पीड बढ़ाने पर पूरा फोकस कर रहा है. ट्रेनों की स्पीड में डेढ़ से दो गुना तक का इजाफा किया जा रहा है. लखनऊ कानपुर रूट भी इससे अछूता नहीं रह जाएगा. वजह है कि इन दोनों महानगरों के बीच वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है. यह ट्रेन 130 किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से संचालित की जा सकती है. लखनऊ कानपुर के ट्रैक को इस स्पीड के लिए तैयार भी कर लिया गया है.
अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे होगी: रेलवे से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि लखनऊ से कानपुर के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे मेट्रो चलाने का खाका रेलवे प्रशासन ने तैयार कर लिया है. इसके लिए रूट के स्टेशनों की इंटरलॉकिंग, ट्रैक मेंटेनेंस का काम पहले ही पूरा कराया जा चुका है. रूट पर ट्रैक स्पीड में भी वृद्धि की जा रही है. कानपुर के लिए वंदे मेट्रो संचालित की जाएगी. इसकी स्पीड 130 से 160 किमी प्रति घंटे के बीच होगी. इससे कानपुर की दूरी तय करने में 45 मिनट से 50 मिनट का ही वक्त लगेगा. जब ट्रेन इतनी स्पीड से संचालित होगी तो ट्रैक पर किसी तरह की रुकावट न आए इसे ध्यान में रखते हुए पटरियों के दोनों तरफ भी सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थाएं की जा रही हैं. रेलवे प्रशासन पटरियों के आसपास स्टील की फेंसिंग कर रहा है जिससे कोई भी व्यक्ति या जानवर ट्रैक पर न आ सके.
खड़े होकर भी यात्री कर सकेंगे सफर: मेट्रो ट्रेन की तरह ही वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के कोच होंगे इस ट्रेन में यात्रियों के बैठने के साथ-साथ खड़े होने के लिए भी काफी स्पेस होगा. जिस तरह मेट्रो ट्रेन में सफर करने के दौरान यात्री सीट पर बैठ सकते हैं और कोच में इतना स्पेस होता है कि आराम से यात्री खड़े होकर भी सफर कर सकते हैं उसी तरह की सुविधा वंदे भारत मेट्रो ट्रेन में भी यात्रियों को मिलेगी. ये ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशंड होगी. जिस तरह इंटरसिटी ट्रेनें चलती हैं. इस तरह वंदे भारत मेट्रो ट्रेन भी संचालित होगी, लेकिन इसकी स्पीड में इंटरसिटी और अन्य ट्रेनों के तुलना में काफी अंतर होगा.
यात्रियों का सफर मिनटों में होगा पूराः रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि लखनऊ कानपुर रूट पर वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के संचालन से यात्रियों के समय की काफी बचत होगी. रोजाना इन दोनों शहरों के बीच आवागमन करने वाले हजारों यात्री समय पर अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे. नौकरीपेशा और शिक्षण कार्य करने वालों को लिए यात्रा काफी आसान हो जाएगी. इन दोनों शहरों के बीच स्टूडेंट अपनी पढ़ाई के लिए कॉलेज या कोचिंग संस्थान समय पर आ जा सकेंगे. इस ट्रेन का सबसे ज्यादा फायदा दैनिक यात्रियों को मिलेगा. अभी उन्हें लखनऊ से कानपुर के बीच यात्रा में करीब 2.30 से 3.30 घंटे लगते हैं. इस ट्रेन के चलने ने यह समय घटकर महज 45-55 मिनट पर आ जाएगा. इससे उन्हें काफी राहत मिलेगी.
रेलवे की अफसर बोलींः उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा का कहना है कि लखनऊ-कानपुर रूट पर तेजी से काम चल रहा है. कई काम पूरे भी हो चुके हैं. रूट की सर्वे रिपोर्ट तैयार हो रही है. जैसे ही रेलवे बोर्ड की तरफ से कोई निर्देश और वंदे भारत में मेट्रो ट्रेन चलाने की अनुमति हमें मिलेगी, संचालन शुरू कराया जाएगा. यात्रियों को वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के संचालन से काफी सहूलियत मिलेगी. कम समय में वह अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे.