नई दिल्ली: प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या से लेकर सीतामढ़ी और फिर नेपाल तक मंदिरों के दर्शन के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) की ओर से भारत नेपाल यात्रा ट्रेन की शुरुआत की गई. शुक्रवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. उनके साथ राज्यसभा सांसद स्वामी उमेशनाथ महाराज व रेलवे के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. यह यात्रा कुल 9 रात और 10 दिन की है जो प्रभु श्री राम, माता जानकी और भगवान शिव से जुड़े धर्मिक स्थलों पर यात्रियों को ले जाएगी.
यात्रियों को दी शुभकामनाएं: इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन था की भारत के धार्मिक स्थलों को ट्रेन के जरिए जोड़ा जाए. इस काम को रेलवे व आईआरसीटीसी ने बखूबी किया है. तमाम टूरिस्ट ट्रेनों के जरिए भारत के धार्मिक व पर्यटन स्थलों को जोड़ा गया है. बड़ी संख्या में लोग इन ट्रेनों के जरिए धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए जाते हैं. उन्होंने यात्रियों से बात कर शुभकामनाएं भी दी.
ये रहेगा रूट: आईआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी सिद्धार्थ ने बताया कि, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन 21 सितंबर की सुबह अयोध्या पहुंचेगी. इसके बाद लोगों को अयोध्या में राम मंदिर और हनुमान मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे. शाम को ट्रेन अयोध्या से वाराणसी के लिए चलेगी. अगली सुबह वाराणसी पहुंचेगी. सुबह तुलसी मंदिर, मानस मंदिर और संकट मोचन मंदिर में लोग दर्शन करेंगे. दोपहर में लंच के बाद यात्रियों को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कराया जाएगा, जिसके बाद शाम को गंगा आरती दिखाई जाएगी. रात में ट्रेन वाराणसी से सीतामढ़ी के लिए निकलेगी. फिर सुबह ट्रेन सीतामढ़ी पहुंचेगी, जहां पर लोगों को जानकी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में दर्शन कराए जाएंगे.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से भारत-नेपाल यात्रा के लिए भारत गौरव ट्रेन का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करना है, जिसमें अयोध्या और जनकपुर जैसे गंतव्य शामिल हैं, तथा यात्रा की सभी व्यवस्थाएं भारतीय रेलवे द्वारा… pic.twitter.com/wxSlDqZWZU
— IANS Hindi (@IANSKhabar) September 20, 2024
ऐसे होगी वापसी: उन्होंने आगे बताया कि बिहार के सीतामढ़ी से 23 सितंबर की शाम को यात्री फ्लाइट से काठमांडू पहुंचेंगे, जहां तीन दिन का ठहराव होगा. यहां उन्हें पशुपति नाथ व अन्य मंदिरों में दर्शन कराया जाएगा. फिर 26 सितंबर को यात्रियों को बस से पोखरा ले जाया जाएगा. यहां उन्हें मनोकामना टेंपल, विंध्यवासिनी के दर्शन कराने के साथ कई गुफाएं घुमाई जाएंगी. 28 सितंबर को लोगों को बस से नौतनवा स्टेशन पर लाया जाएगा, जो भारत की सीमा में है. यहां से लोग भारत गौरव ट्रेन से दिल्ली वापस पहुंचेंगे.
हम प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या जा रहे हैं. मेरे साथ में मेरी पत्नी है और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. इस पूरी यात्रा में मैं पत्नी के साथ भगवान श्री राम माता जानकी के भजन करते हुए जाऊंगा.- प्रवीण चंद्र तनेजा, यात्री
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