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सक्ती में रेलवे फाटक बना जिला प्रशासन के जी का जंजाल, बंद होने पर ग्रामीणों ने दी मतदान बहिष्कार की धमकी - Lok Sabha Election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

सक्ती जिले के सकरेली गांव में रेलवे फाटक बंद करने का विरोध ग्रामीण कर रहे हैं.ग्रामीणों का कहना है कि नया ओवर ब्रिज काफी दूर है.जिसके कारण ग्रामीणों को तीन किलोमीटर घूमना पड़ रहा है.ग्रामीणों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की धमकी दी है.Railway crossing of Sakreli village

threat of voting boycott
सक्ती में रेलवे फाटक बना जिला प्रशासन के जी का जंजाल
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 2, 2024, 5:40 PM IST

सक्ती :सक्ती जिले का सकरेली गांव के पास बना रेलवे क्रांसिंग इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है.रेलवे क्रासिंग को बंद करने के खिलाफ सकरेली गांव के लोगों ने मोर्चा खोला है. दरअसल सकरेली रेलवे क्रासिंग पर रेलवे ओव्हर ब्रिज बन चुका है.फिर भी रेलवे गांव के बीच से गुजरने वाले रास्ते को बंद करके दीवार उठाने की तैयारी कर रहा है.यदि रेलवे फाटक के दोनों ओर दीवार बनी तो गांव में आने जाने का रास्ता कट जाएगा.इसी बात को लेकर ग्रामीण नाराज हैं.

ग्रामीणों का कहना है कि नवनिर्मित रेलवे ओवर ब्रिज काफी दूर बनाया गया है. जिसके कारण किसी भी काम के लिए दो से तीन किलोमीटर लोगों को घूमना पड़ रहा है.यही नहीं किसी की मौत होने पर भी श्मशान घाट जाने के लिए इतनी ही दूरी तय करनी होगी.ग्रामीणों ने मौजूदा फाटक के पास ही अंडरब्रिज बनाने की मांग की है.तब तक रेलवे फाटक को बंद ना करने की अपील भी ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है.

सकरेली गांव के सैंकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को अपनी समस्या बताई.कलेक्टर ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद रेलवे अफसरों को इस बारे में पत्र लिखा है. फिलहाल कलेक्टर के कहने और लोकसभा चुनाव को देखते हुए रेलवे ने फाटक बंद करने का निर्णय टाल दिया है.लेकिन चुनाव हो जाने के बाद एक बार फिर ग्रामीणों के सामने यही समस्या आएगा.वहीं दूसरी तरफ चुनाव आचार संहिता के कारण दूसरा पुल बनाने की अनुमति नहीं मिलने की बात रेलवे के अफसर कह रहे हैं.

समाधान नहीं,तो मतदान नहीं : रेलवे के इस फैसले से नाराज होकर ग्रामीणों ने अब लोकसभा चुनाव बहिष्कार की धमकी दी है.ग्रामीणों की इस चेतावनी के कारण नए कलेक्टर अमृत विकास तोपनो के सामने नई समस्या खड़ी हुई है.आचार संहिता के कारण किसी भी काम की स्वीकृति नहीं मिलेगी.वहीं दूसरी तरफ ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने वोट ना डालने का फैसला किया है.

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ग्रामीणों का कहना है कि नवनिर्मित रेलवे ओवर ब्रिज काफी दूर बनाया गया है. जिसके कारण किसी भी काम के लिए दो से तीन किलोमीटर लोगों को घूमना पड़ रहा है.यही नहीं किसी की मौत होने पर भी श्मशान घाट जाने के लिए इतनी ही दूरी तय करनी होगी.ग्रामीणों ने मौजूदा फाटक के पास ही अंडरब्रिज बनाने की मांग की है.तब तक रेलवे फाटक को बंद ना करने की अपील भी ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है.

सकरेली गांव के सैंकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को अपनी समस्या बताई.कलेक्टर ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद रेलवे अफसरों को इस बारे में पत्र लिखा है. फिलहाल कलेक्टर के कहने और लोकसभा चुनाव को देखते हुए रेलवे ने फाटक बंद करने का निर्णय टाल दिया है.लेकिन चुनाव हो जाने के बाद एक बार फिर ग्रामीणों के सामने यही समस्या आएगा.वहीं दूसरी तरफ चुनाव आचार संहिता के कारण दूसरा पुल बनाने की अनुमति नहीं मिलने की बात रेलवे के अफसर कह रहे हैं.

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