लखनऊ : पिछली बार की तुलना में इस बार महाकुंभ में कई गुना ज्यादा श्रद्धालु आएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर रेलवे प्रशासन ने स्टेशनों पर विशेष व्यवस्थाएं करने का प्लान बनाया है. इसके तहत रेलवे प्रशासन ने देश के विभिन्न रेलवे जोन से 3600 से ज्यादा आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को प्रयागराज बुलाकर ड्यूटी लगाने का फैसला लिया है. इन जवानों को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे ये चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को तत्काल गिरफ्त में लेंगे. साथ ही क्राउड मैनेजमेंट भी करेंगे.
उत्तर रेलवे के डीआरएम एसएम शर्मा बताते हैं कि इस बार महाकुंभ में रेलवे ने अलग-अलग बाड़े तैयार करने की योजना बनाई है. जिन श्रद्धालुओं को लखनऊ की तरफ जाना है वे लखनऊ बाड़े में जाएंगे. जिन्हें अयोध्या या बनारस की तरफ जाना है, वे उस बाड़े में जाएंगे. इससे क्राउड मैनेज हो सकेगा. रेलवे के सभी कर्मचारियों को लुमिनस जैकेट दिए जाएंगे, जिससे वहां पर आने वाले श्रद्धालु आसानी से यह पहचान सकें कि यह रेलवे के कर्मचारी हैं और फिर उनसे किसी भी तरह की सहायता भी ले सकेंगे. डीआरएम बताते हैं कि सीसीटीवी चप्पे-चप्पे पर लगाए गए हैं और उनकी मॉनिटरिंग के लिए एक सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. साथ ही कई प्वाइंट्स पर इन सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे किसी भी कीमत पर रेलवे स्टेशन पर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके.
उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिन मोहन शर्मा बताते हैं कि महाकुंभ में रेलवे प्रशासन ने तैयारी और तेज कर दी है. यहां पर श्रद्धालुओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा. सभी काम समय पर पूरे हो जाएंगे. महाकुंभ से पहले ट्रेनों के आवागमन की हर दिक्कत को दूर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि फाफामऊ और प्रयागराज में 12 मीटर के फुट ओवर ब्रिज बनाए गए हैं. काफी सारे कवर ओवर प्लेटफार्म बनाए हैं. प्रयागराज में 600 मीटर का नया प्लेटफार्म बना दिया है. 210 मीटर का कवर है. अनाउंसमेंट सिस्टम एंड टू एंड कर दिया है. जो वीडियो डिस्प्ले यूनिट है वह भी लगाए हैं. कोच गाइडेंस के यूनिट से लगा दिए हैं. नई बिल्डिंग भी बना दी है. 3600 स्टाफ बाहर से आ रहे हैं, जिसमें आरपीएफ और कॉमर्शियल के कर्मचारी होंगे. वह क्राउड मैनेजमेंट करेंगे. उनकी ट्रेनिंग चल रही है. सभी जैकेट पहनकर रहेंगे, जिससे कोई भी श्रद्धालु उन्हें पहचान सके.
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे, ब्रिज वर्कशॉप की सहायता से यहां पर तमाम काम कर रहा है. हम फाफामऊ और प्रयाग में दो प्लेटफार्म बना रहे हैं. दो से ढाई महीने में हम इसे पूरा कर रहे हैं. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड हो गया है. इतने शॉर्ट नोटिस पर 12 मीटर के फुट ओवर ब्रिज लॉन्च किए जाएंगे. रेलवे क्रॉसिंग को एलिमिनेट कर दिया गया है. फुट ओवरब्रिज बनाए गए हैं. अंडर पास भी तैयार कर लिया गया है. कुछ ही दिन में ये खुल जाएगा. 76 पर रेल ओवर ब्रिज बन गया है. 75 पर भी कमीशन हो जाएगा. 72 पर फोरलेन का काम हो रहा है. एक नंबर और 40 नंबर हाफलेन के लिए चालू हो गए हैं. जल्द यह भी शुरू कर दिए जाएंगे. ड्राइवर को ट्रेन पर किसी तरह की सिग्नल की कोई परेशानी नहीं होगी. इससे महाकुंभ में आवागमन करने वाली सभी ट्रेनें ट्रैक पर रहेंगी.
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