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राईका समाज के आंदोलन के बाद सचिन पायलट ने रेलमंत्री को लिखा पत्र, कही ये बड़ी बात - agitation of Raika Samaj in Jodhpur

जोधपुर में एक रेलवे स्टेशन के नाम में संशोधन नहीं होने से राईका समाज सरकार से नाराज है. जोधपुर के उपनगरीय स्टेशन राई का बाग को समाज के लोग राईका बाग करवाना चाहते हैं. इसको लेकर समाज के लोगों ने सोमवार को जोधपुर में रैली निकाली और धरना दिया. वहीं, इसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने रेल मंत्री को पत्र लिखा है.

AGITATION OF RAIKA SAMAJ IN JODHPUR
जोधपुर में राईका समाज की रैली व धरना (photo etv bharat jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 1, 2024, 3:57 PM IST

Updated : Jul 1, 2024, 8:54 PM IST

जोधपुर में राईका समाज की रैली व धरना (video etv bharat jodhpur)

जोधपुर. जोधपुर रेल मंडल के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन के नाम में संशोधन को लेकर देवासी राईका समाज का प्रस्तावित आंदोलन सोमवार से शुरू हो गया. समाज के लोगों ने रैली निकाली और धरना दिया. समाज का कहना है कि जब तक रेलवे स्टेशन के नाम में संशोधन नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे. वहीं, इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने रेल मंत्री को पत्र लिख राईका देवासी समुदाय की भावना से अवगत कराया.

आंदोलन के संयोजक लाल सिंह राईका ने बताया कि रेलवे स्टेशन का नाम राई का बाग से राईका बाग करना है. इसके लिए राज्य सरकार को रेलवे को अनुशंसा भेजनी है, लेकिन सरकार यह कर नहीं रही. हमने सरकार को पहले ही अल्टीमेटम दिया था, लेकिन फिर भी सरकार ने कोई पहल नहीं की, इसलिए हमें अब सड़कों पर उतरना पड़ा. अब हमारा संघर्ष जारी रहेगा, क्योंकि रेलवे ने ही गलती से नाम बदला था. पहले राईका बाग ही नाम हुआ करता था. आज भी कई जगह पर यह अंकित है, लेकिन मुख्य स्टेशन पर नाम बदल कर राईका बाग से राई का बाग कर दिया. समाज के लोग पहले राई का बाग रेलवे स्टेशन गए और इसके बाद कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देंगे.

पढ़ें: राईका समाज बोला- बीजेपी वोट लेकर भूली, नहीं हो रही सुनवाई

पशुधन के साथ जोधपुर में देंगे धरना: राईका देवासी समाज के लोगों का कहना रेलवे से हम लंबे समय से पत्राचार कर रहे हैं. इसके अलावा राज्य सरकार में हर स्तर पर अपनी बात पहुंचाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यदि यही स्थिति रही तो इस आंदोलन को लंबा चलाने की रणनीति तैयार है. सरकार नहीं मानी तो हम अपने पशुधन के साथ जोधपुर में धरना देंगे.

राजस्व रिकार्ड में राईका बाग ही नाम: राई का बाग पैलेस जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम में राई और का के बीच का स्पेस खत्म करने को लेकर चल रही समाज की मुहिम को बल मिला है. सोमवार को देवासी राईका समाज की रैली और धरने के दौरान जिला कलेक्टर ने समाज के लोगों को बुलाकर वार्ता की. इसमें कलेक्टर ने अपनी बनाई रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि यह रेलवे स्टेशन की भूमि राजस्व रिकार्ड में राईका बाग के नाम से ही दर्ज है. इस वार्ता में रेलवे के अधिकारियों को भी बुलाया गया. वार्ता के बाद संयोजक लालसिंह राईका ने बताया कि सरकारी रिकार्ड में राईका बाग ही नाम है. इसकी मांग हम कर रहे हैं, हमने रेलवे से भी इसे संशोधित करने की मांग रखी है. रेलवे के अधिकारियों ने बेठक में 15 दिन का समय मांगा है. हमने उनसे कहा है कि 15 दिन में नाम संशोधित नहीं हुआ तो समाज सड़कों पर आएगा. इस बार जयपुर में सरकार का घेराव करेंगे.

सचिन पायलट ने रेलमंत्री को लिखा पत्र : राई का बाग रेलवे स्टेशन का नाम राईका बाग करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व टोंक विधायक सचिन पायलट ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा कि राईका बाग स्टेशन से राईका देवासी समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव है और यह जमीन इनके पूर्वजों द्वारा दिए जाने के कारण ही इस स्थान का नाम 'राईका बाग' रखा गया था. 'राईका' एक ही शब्द है, जो कि समुदाय को दर्शाता है. रेलवे विभाग द्वारा इसे 'राई का बाग' लिखा गया है. ऐसे में इसका अर्थ परिवर्तित हो गया है और इस समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. सरकारी राजस्व रिकॉर्ड्स में भी इस स्थान का नाम 'राईका बाग' ही दर्ज है. उन्होंने राईका देवासी समाज की मांग और सरकारी राजस्व रिकॉर्ड्स में दर्ज तथ्यों के आधार पर इस रेलवे स्टेशन का नाम 'राई का बाग' के स्थान पर 'राईका बाग' रखने की मांग इस पत्र में की है.

जोधपुर में राईका समाज की रैली व धरना (video etv bharat jodhpur)

जोधपुर. जोधपुर रेल मंडल के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन के नाम में संशोधन को लेकर देवासी राईका समाज का प्रस्तावित आंदोलन सोमवार से शुरू हो गया. समाज के लोगों ने रैली निकाली और धरना दिया. समाज का कहना है कि जब तक रेलवे स्टेशन के नाम में संशोधन नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे. वहीं, इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने रेल मंत्री को पत्र लिख राईका देवासी समुदाय की भावना से अवगत कराया.

आंदोलन के संयोजक लाल सिंह राईका ने बताया कि रेलवे स्टेशन का नाम राई का बाग से राईका बाग करना है. इसके लिए राज्य सरकार को रेलवे को अनुशंसा भेजनी है, लेकिन सरकार यह कर नहीं रही. हमने सरकार को पहले ही अल्टीमेटम दिया था, लेकिन फिर भी सरकार ने कोई पहल नहीं की, इसलिए हमें अब सड़कों पर उतरना पड़ा. अब हमारा संघर्ष जारी रहेगा, क्योंकि रेलवे ने ही गलती से नाम बदला था. पहले राईका बाग ही नाम हुआ करता था. आज भी कई जगह पर यह अंकित है, लेकिन मुख्य स्टेशन पर नाम बदल कर राईका बाग से राई का बाग कर दिया. समाज के लोग पहले राई का बाग रेलवे स्टेशन गए और इसके बाद कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देंगे.

पढ़ें: राईका समाज बोला- बीजेपी वोट लेकर भूली, नहीं हो रही सुनवाई

पशुधन के साथ जोधपुर में देंगे धरना: राईका देवासी समाज के लोगों का कहना रेलवे से हम लंबे समय से पत्राचार कर रहे हैं. इसके अलावा राज्य सरकार में हर स्तर पर अपनी बात पहुंचाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यदि यही स्थिति रही तो इस आंदोलन को लंबा चलाने की रणनीति तैयार है. सरकार नहीं मानी तो हम अपने पशुधन के साथ जोधपुर में धरना देंगे.

राजस्व रिकार्ड में राईका बाग ही नाम: राई का बाग पैलेस जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम में राई और का के बीच का स्पेस खत्म करने को लेकर चल रही समाज की मुहिम को बल मिला है. सोमवार को देवासी राईका समाज की रैली और धरने के दौरान जिला कलेक्टर ने समाज के लोगों को बुलाकर वार्ता की. इसमें कलेक्टर ने अपनी बनाई रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि यह रेलवे स्टेशन की भूमि राजस्व रिकार्ड में राईका बाग के नाम से ही दर्ज है. इस वार्ता में रेलवे के अधिकारियों को भी बुलाया गया. वार्ता के बाद संयोजक लालसिंह राईका ने बताया कि सरकारी रिकार्ड में राईका बाग ही नाम है. इसकी मांग हम कर रहे हैं, हमने रेलवे से भी इसे संशोधित करने की मांग रखी है. रेलवे के अधिकारियों ने बेठक में 15 दिन का समय मांगा है. हमने उनसे कहा है कि 15 दिन में नाम संशोधित नहीं हुआ तो समाज सड़कों पर आएगा. इस बार जयपुर में सरकार का घेराव करेंगे.

सचिन पायलट ने रेलमंत्री को लिखा पत्र : राई का बाग रेलवे स्टेशन का नाम राईका बाग करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व टोंक विधायक सचिन पायलट ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा कि राईका बाग स्टेशन से राईका देवासी समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव है और यह जमीन इनके पूर्वजों द्वारा दिए जाने के कारण ही इस स्थान का नाम 'राईका बाग' रखा गया था. 'राईका' एक ही शब्द है, जो कि समुदाय को दर्शाता है. रेलवे विभाग द्वारा इसे 'राई का बाग' लिखा गया है. ऐसे में इसका अर्थ परिवर्तित हो गया है और इस समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. सरकारी राजस्व रिकॉर्ड्स में भी इस स्थान का नाम 'राईका बाग' ही दर्ज है. उन्होंने राईका देवासी समाज की मांग और सरकारी राजस्व रिकॉर्ड्स में दर्ज तथ्यों के आधार पर इस रेलवे स्टेशन का नाम 'राई का बाग' के स्थान पर 'राईका बाग' रखने की मांग इस पत्र में की है.

Last Updated : Jul 1, 2024, 8:54 PM IST
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