जयपुर: राजस्थान में स्वास्थ्य विभाग में कामकाज को लेकर वर्तमान और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री आमने -सामने हो गए हैं. गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे डॉ. रघु शर्मा ने भजनलाल सरकार को घेरते हुए आरोप लगाए हैं कि विभाग में विचारधारा विशेष के आधार पर प्रशासनिक पदों पर नियुक्तियां दी जा रही हैं. वहीं, वर्तमान चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने पलटवार करते हुए कहा कि डॉ. शर्मा ये बताएं कि हमने अब तक आरएसएस के कितने लोग लगाए.
रघु शर्मा ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि चिकित्सा विभाग में व्यवस्थाएं ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना नहीं है, अन्यथा स्थिति और विकट हो सकती है. रघु शर्मा ने कहा कि मुझे दुख होता है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में चिकित्सा संस्थानों के हालात बिगड़ गए हैं, क्योंकि विशेष विचारधारा के आधार पर प्रशासनिक पदों पर लोगों को लगाया जा रहा है.
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पूर्व चिकित्सा मंत्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए. चिकित्सा और शिक्षा दो ऐसे विभाग हैं, जहां राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. रघु शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार विचारधारा के आधार पर चिकित्सक और शिक्षक नियुक्त करके देश को गर्त में डालने का काम कर रही है. सरकार हमारी भी रही, लेकिन हमने कभी भी इस तरीके का कृत्य नहीं किया.
खींवसर ने कहा कि डॉ. शर्मा बताएं कि आरएसएस के कितने लोग लगाए: इस मामले में पलटवार करते हुए स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि योग्यता ही हमारी प्राथमिकता है. पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा मुझे बताएं कि हमने आरएसएस के कितने लोग चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व चिकित्सा मंत्री को इस तरीके का बयान देना शोभा नहीं देता, क्योंकि वे एक सीनियर नेता हैं.