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ब्रह्म लोक कॉरिडोर, टेम्पल टाउन और पुष्कर विकास प्राधिकरण को लेकर बजट में नहीं कोई चर्चा, लोग हुए निराश - Rajasthan Budget 2024 - RAJASTHAN BUDGET 2024

प्रदेश सरकार के बजट 2024 में तीर्थ नगरी पुष्कर को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है. लोगों को उम्मीद थी कि सरकार की ओर से ब्रह्म लोक कॉरिडोर, टेम्पल टाउन और पुष्कर विकास प्राधिकरण को लेकर घोषणा होगी. लेकिन उनकी हाथ निराशा ही लगी.

Pushkar in Rajasthan Budget 2024
पुष्कर को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं (ETV Bharat Ajmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 10, 2024, 6:23 PM IST

बजट में पुष्कर को नजरअंदाज करने पर क्या बोले स्थानीय (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर. प्रदेश में भजनलाल सरकार का पहला बजट बुधवार को वित्त मंत्री दीया कुमारी ने जारी किया. बजट में हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है. लेकिन बजट के मामले में तीर्थ नगरी पुष्कर की आस पूरी हुई या नहीं. कभी शिक्षा की नगरी से विख्यात रहे अजमेर को उसकी पहचान मिली या नहीं. प्रदेश की ह्रदय स्थली अजमेर को बजट से क्या-क्या मिला? और इस पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है, पढ़िए इस रिपोर्ट में...

वित्त मंत्री दीया कुमारी ने प्रदेश के हर जिले को कुछ ना कुछ दिया है. इसी तरह धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर को भी बजट में कई सौगात मिली है. पुष्कर पहले से ही वेडिंग डेस्टिनेशन हब बना हुआ है. लिहाजा इसको और भी बढ़ावा दिए जाने की बात बजट में कही गई है. पुष्कर नगर पालिका को नगर परिषद बनाने की घोषणा की गई है. प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इनमें पुष्कर भी शामिल है. इसके अलावा पुष्कर न्यायालय को वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश में क्रमोनित किया गया है. अजमेर में पेयजल किल्लत को देखते हुए नसीराबाद से कोटा तक पेयजल पाइपलाइन डालने की घोषणा की गई है. 10 जिलों में आधुनिक सुविधा से युक्त बस स्टैंड बनाए जाने की घोषणा की गई है. इसमें अजमेर भी शामिल है.

पढ़ें: श्याम भक्तों को भजनलाल सरकार की बड़ी सौगात, अयोध्या की तर्ज पर होगा खाटू श्याम जी मंदिर क्षेत्र का विकास - Rajasthan Budget 2024

पुष्कर के हाथ लगी निराशा: तीर्थ और पर्यटन नगरी पुष्कर को लेकर बजट से लोगों को निराशा हाथ लगी. सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि भजनलाल सरकार के बजट से पुष्कर की आश पूरी नहीं हुई है. पाराशर ने कहा कि पुष्कर आदि-अनादि का तीर्थ है. यह हिंदूओं का सबसे बड़ा तीर्थ कहा जाता है. अयोध्या, काशी और उज्जैन की तर्ज पर पुष्कर के विकास को लेकर भजनलाल सरकार से उम्मीद थी. यात्रियों और पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं पुष्कर में बढ़नी चाहिए थी. पुष्कर की धार्मिक और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि को दृष्टिगत रखते हुए पुष्कर का सौगात दी जानी थी.

उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद पुष्कर में पहली बार आए भजनलाल शर्मा ने भी कहा था कि पुष्कर का विशेष ध्यान रखा जाएगा. अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने भी पुष्कर आने पर पुष्कर में कॉरिडोर बनाए जाने का जिक्र किया था. प्रदेश के पर्यटन स्थल के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए हैं. इसमें पुष्कर भी शामिल है. पुष्कर के लिए यह घोषणा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. पुष्कर से विधायक को राजस्थान सरकार में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने 275 करोड़ की ब्रह्मा कॉरिडोर बनाए जाने की योजना के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण में पिछले दिनों प्रेजेंटेशन देखा था. 24 कौसी, 84 कौसी परिक्रमा मार्ग के विकास की कोई बात बजट में नहीं की गई.

पढ़ें: 1 साल में 15 लाख लखपति दीदी बनाएगी भजनलाल सरकार, सुरक्षा के लिए कालिका पेट्रोलिंग यूनिट - Rajasthan budget 2024

पेयजल की नहीं मिली कोई योजना: बजट में इसको लेकर कोई बात नहीं की गई. उन्होंने कहा कि पुष्कर में पेयजल योजना अपेक्षित थी. पुष्कर में पेयजल के लिए पाइपलाइन उस वक्त की है, जब पुष्कर की आबादी 7 हजार हुआ करती थी. आज पुष्कर की आबादी 30 हजार है. वहीं हजारों की संख्या में तीर्थयात्री और पर्यटक प्रतिदिन आ रहे हैं. पिछली गहलोत सरकार में पेयजल के लिए योजनाएं प्रस्तावित थी जो सरकार बदलने के बाद खटाई में चली गई. उन्होंने कहा कि पुष्कर विकास बोर्ड पहले की तरह बनाने की उम्मीद थी. पराशर ने बताया कि पहले बोर्ड हुआ करता था, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री और सचिव कलेक्टर हुआ करता था. बोर्ड को पुनर्जीवित कर विकास को गति दी जा सकती थी.

पढ़ें: अब भरतपुर, अजमेर और बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेज कहलाएंगे राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कर्मशिला में होगा जनता की समस्या का समाधान - Rajasthan Budget 2024

बेरोजगार युवाओं के लिए घोषणा स्वागत योग्य: स्थानीय युवा योगेंद्र ओझा ने कहा कि बेरोजगारी देश और प्रदेश के लिए चुनौती है. रोजगार की दिशा में भजनलाल सरकार ने अपने पहले बजट में 5 वर्ष में 5 लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की है. यानी प्रत्येक वर्ष 1 लाख युवाओं को नौकरी राज्य सरकार देगी. सरकार की यह घोषणा स्वागत योग्य है, लेकिन सरकार का 1 वर्ष का कार्यकाल होने में अब पांच माह का समय बचा है. ऐसे में 1 लाख युवाओं को रोजगार दे पाना असंभव सा प्रतीत लग रहा है.

ओझा ने कहा कि प्रदेश में विगत 5 वर्षों में पेपर लीक के कारण कई परीक्षाओं को निरस्त किया गया है. ऐसे में परीक्षाओं को पारदर्शी तरीके से करवाने के लिए बजट में कोई बात नहीं कही गई. उन्होंने कहा कि राजस्थान में नौकरियों को लेकर ज्यादा अवसर नहीं हैं. ऐसे में सरकार को अवसर तलाशने चाहिए ताकि नौकरियों के लिए राजस्थान के युवाओं को अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़े.

बजट में पुष्कर को नजरअंदाज करने पर क्या बोले स्थानीय (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर. प्रदेश में भजनलाल सरकार का पहला बजट बुधवार को वित्त मंत्री दीया कुमारी ने जारी किया. बजट में हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है. लेकिन बजट के मामले में तीर्थ नगरी पुष्कर की आस पूरी हुई या नहीं. कभी शिक्षा की नगरी से विख्यात रहे अजमेर को उसकी पहचान मिली या नहीं. प्रदेश की ह्रदय स्थली अजमेर को बजट से क्या-क्या मिला? और इस पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है, पढ़िए इस रिपोर्ट में...

वित्त मंत्री दीया कुमारी ने प्रदेश के हर जिले को कुछ ना कुछ दिया है. इसी तरह धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर को भी बजट में कई सौगात मिली है. पुष्कर पहले से ही वेडिंग डेस्टिनेशन हब बना हुआ है. लिहाजा इसको और भी बढ़ावा दिए जाने की बात बजट में कही गई है. पुष्कर नगर पालिका को नगर परिषद बनाने की घोषणा की गई है. प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इनमें पुष्कर भी शामिल है. इसके अलावा पुष्कर न्यायालय को वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश में क्रमोनित किया गया है. अजमेर में पेयजल किल्लत को देखते हुए नसीराबाद से कोटा तक पेयजल पाइपलाइन डालने की घोषणा की गई है. 10 जिलों में आधुनिक सुविधा से युक्त बस स्टैंड बनाए जाने की घोषणा की गई है. इसमें अजमेर भी शामिल है.

पढ़ें: श्याम भक्तों को भजनलाल सरकार की बड़ी सौगात, अयोध्या की तर्ज पर होगा खाटू श्याम जी मंदिर क्षेत्र का विकास - Rajasthan Budget 2024

पुष्कर के हाथ लगी निराशा: तीर्थ और पर्यटन नगरी पुष्कर को लेकर बजट से लोगों को निराशा हाथ लगी. सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि भजनलाल सरकार के बजट से पुष्कर की आश पूरी नहीं हुई है. पाराशर ने कहा कि पुष्कर आदि-अनादि का तीर्थ है. यह हिंदूओं का सबसे बड़ा तीर्थ कहा जाता है. अयोध्या, काशी और उज्जैन की तर्ज पर पुष्कर के विकास को लेकर भजनलाल सरकार से उम्मीद थी. यात्रियों और पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं पुष्कर में बढ़नी चाहिए थी. पुष्कर की धार्मिक और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि को दृष्टिगत रखते हुए पुष्कर का सौगात दी जानी थी.

उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद पुष्कर में पहली बार आए भजनलाल शर्मा ने भी कहा था कि पुष्कर का विशेष ध्यान रखा जाएगा. अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने भी पुष्कर आने पर पुष्कर में कॉरिडोर बनाए जाने का जिक्र किया था. प्रदेश के पर्यटन स्थल के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए हैं. इसमें पुष्कर भी शामिल है. पुष्कर के लिए यह घोषणा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. पुष्कर से विधायक को राजस्थान सरकार में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने 275 करोड़ की ब्रह्मा कॉरिडोर बनाए जाने की योजना के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण में पिछले दिनों प्रेजेंटेशन देखा था. 24 कौसी, 84 कौसी परिक्रमा मार्ग के विकास की कोई बात बजट में नहीं की गई.

पढ़ें: 1 साल में 15 लाख लखपति दीदी बनाएगी भजनलाल सरकार, सुरक्षा के लिए कालिका पेट्रोलिंग यूनिट - Rajasthan budget 2024

पेयजल की नहीं मिली कोई योजना: बजट में इसको लेकर कोई बात नहीं की गई. उन्होंने कहा कि पुष्कर में पेयजल योजना अपेक्षित थी. पुष्कर में पेयजल के लिए पाइपलाइन उस वक्त की है, जब पुष्कर की आबादी 7 हजार हुआ करती थी. आज पुष्कर की आबादी 30 हजार है. वहीं हजारों की संख्या में तीर्थयात्री और पर्यटक प्रतिदिन आ रहे हैं. पिछली गहलोत सरकार में पेयजल के लिए योजनाएं प्रस्तावित थी जो सरकार बदलने के बाद खटाई में चली गई. उन्होंने कहा कि पुष्कर विकास बोर्ड पहले की तरह बनाने की उम्मीद थी. पराशर ने बताया कि पहले बोर्ड हुआ करता था, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री और सचिव कलेक्टर हुआ करता था. बोर्ड को पुनर्जीवित कर विकास को गति दी जा सकती थी.

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बेरोजगार युवाओं के लिए घोषणा स्वागत योग्य: स्थानीय युवा योगेंद्र ओझा ने कहा कि बेरोजगारी देश और प्रदेश के लिए चुनौती है. रोजगार की दिशा में भजनलाल सरकार ने अपने पहले बजट में 5 वर्ष में 5 लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की है. यानी प्रत्येक वर्ष 1 लाख युवाओं को नौकरी राज्य सरकार देगी. सरकार की यह घोषणा स्वागत योग्य है, लेकिन सरकार का 1 वर्ष का कार्यकाल होने में अब पांच माह का समय बचा है. ऐसे में 1 लाख युवाओं को रोजगार दे पाना असंभव सा प्रतीत लग रहा है.

ओझा ने कहा कि प्रदेश में विगत 5 वर्षों में पेपर लीक के कारण कई परीक्षाओं को निरस्त किया गया है. ऐसे में परीक्षाओं को पारदर्शी तरीके से करवाने के लिए बजट में कोई बात नहीं कही गई. उन्होंने कहा कि राजस्थान में नौकरियों को लेकर ज्यादा अवसर नहीं हैं. ऐसे में सरकार को अवसर तलाशने चाहिए ताकि नौकरियों के लिए राजस्थान के युवाओं को अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़े.

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