पंचकूला: चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन (coa) के चुनाव अब जल्द हो सकेंगे. क्योंकि चुनावों का रास्ता अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद साफ हो गया है. दरअसल, एडवोकेट बेअंत सिंह सीमार ने बताया कि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चार साल से विचाराधीन मामला खत्म हो गया है. शहर के 24 खेल संगठनों द्वारा सिविल मिसलेनियस पिटीशन (सीएमपी) के बाद कोर्ट ने डीसी को जल्द चुनाव के लिए एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त करने के आदेश दिए हैं.
अध्यक्ष और सचिव सौंपेंगे रिकॉर्ड: कोर्ट ने पूर्व सीओए के अध्यक्ष अमरिंदर बजाज और मौजूदा सचिव एनएस ठाकुर को चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन संबंधी सभी रिकॉर्ड एडमिनिस्ट्रेटर को सौंपने के निर्देश भी दिए हैं. स्पष्ट है कि मार्च 2025 में चुनाव हो सकेंगे. गौरतलब है कि अभी तक एनएस ठाकुर गुट को ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त थी. जबकि 32 में से 24 खेल संगठन मौजूद सीओए के खिलाफ थे. इन संगठनों ने हाईकोर्ट में सीएमपी दायर कर चुनाव दोबारा करवाने की मांग की थी. खेल संगठनों ने निष्पक्ष चुनाव हाईकोर्ट की देखरेख में होने की बात कही थी, ताकि निष्पक्ष सीओए का गठन हो गुटबाजी खत्म हो सके.
चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन से जुड़े संगठन: बता दें कि चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन से 32 खेल संगठन जुड़े हैं. इनमें से नेटबॉल, वुशु, कयाकिंग, कैनोइंग, फुटबॉल, फेंसिंग, कराटे, बालिंग, रग्बी, ट्रायथलॉन, सॉफ्टबॉल, थ्रोबॉल, रेसलिंग, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, ताइक्वांडो, खो-खो, जिमनास्टिक, स्पेन टेकरा, कबड्डी, राइफल, यॉटिंग, हैंडबॉल, बैडमिंटन और वॉलीबॉल के संगठनों ने मिलकर हाईकोर्ट में सीएमपी दी थी. इन संगठनों द्वारा दोबारा निष्पक्ष चुनाव की मांग की.
हाईकोर्ट में 2021 से विचाराधीन था मामला: एडवोकेट बेअंत सिंह सीमार ने बताया कि सीओए के दोबारा चुनाव करवाने का मामला वर्ष 2021 से हाईकोर्ट में विचाराधीन था. वर्ष 2021 में सीओए के दो चुनाव हुए, इनमें से एक चुनाव में विक्रम सिंह अध्यक्ष और रघुमीत सिंह सोढ़ी महासचिव बने थे. जबकि दूसरे गुट के चुनाव में अमरिंदर सिंह बजाज अध्यक्ष और एनएस सचिव बने. उस दौरान ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अमरिंदर सिंह बजाज गुट को मान्यता दी. तब रघुमीत सिंह सोढ़ी गुट ने दूसरे गुट के चुनाव को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. साथ ही सीओए के दोबारा चुनाव कराने का केस (आईएन-सीडब्ल्यूपी-15045-2021) दायर किया था.
यह मामला चार वर्ष से विचाराधीन था. इसके बाद अमरिंदर सिंह बजाज गुट भी अलग थलग हो गया और सीओए के सचिव एनएस ठाकुर ने पुनः सीओए का गठन किया, इसे ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया से मान्यता मिली. इसके बाद भी कई दिनों तक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चलता रहा.
ये भी पढ़ें: महिला मेयर के लिए आरक्षित चंडीगढ़ सीट पर बढ़ी सियासी सरगर्मी, 24 जनवरी को होगा चुनाव
ये भी पढ़ें: विश्व चैंपियन को मात देकर अजीतपुर की दीक्षा मलिक ने कुश्ती में जीता गोल्ड