इंदौर: स्वच्छ शहर इंदौर में धार्मिक आयोजनों एवं चल समारोह के दौरान अक्सर युवाओं द्वारा बजाई जाने वाली पुंगी अब इंदौर के मेलों और चल समारोह में प्रतिबंधित रहेगी. यह पहला मौका है जब इंदौर जिला प्रशासन ने मेलों और सार्वजनिक आयोजनों में युवाओं द्वारा तेज आवाज में बजाई जाने वाली पुंगी को प्रतिबंधित किया गया है. यह बात कलेक्टर ने मेले के आयोजक और अखाड़ों के संचालकों की बैठक के दौरान कही. इसके अलावा अनंत चतुर्दशी पर पुंगी की बिक्री भी प्रतिबंधित रहेगी.
मेले और चल समारोह में पुंगी बजाना प्रतिबंधित
दरअसल इंदौर में अनंत चतुर्दशी के अवसर पर हर साल भव्य मेले का आयोजन किया जाता है. मेले में झांकियां के साथ चल समारोह में बड़ी संख्या में युवा शामिल होते हैं. इन युवाओं में कई ऐसे होते हैं जो लोगों को परेशान करने के उद्देश्य से मेले में बिकने वाली प्लास्टिक की पुंगी जो तेज कर्कश आवाज करती है, बजाते हैं. जाहिर है पुंगी की तेज आवाज से न केवल शोर शराबा होता है बल्कि मनचलों द्वारा अमावस्या की लोगों को तेज शोर करके परेशान किया जाता है. यही वजह है कि इस बार इंदौर जिला प्रशासन ने चल समारोह में पुंगी बजाना प्रतिबंधित कर दिया है.
नियम तोड़ने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
मेले की तैयारी को लेकर आयोजित झांकियां और अखाड़ों के संचालकों की बैठक में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट किया कि चल समारोह के दौरान पूरे जुलूस मार्ग पर प्लास्टिक की पुंगी का विक्रय पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. नगर निगम और पुलिस विभाग की टीम इसके लिए लगाई जाएंगी. कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि, "देखने में आया है कि हर वर्ष बड़ी संख्या में युवा पुंगी बजाकर लोगों को परेशान करते हैं और छेड़छाड़ की भी घटनाएं होती हैं. इसलिए इस बार इसे सख्ती से रोका जाएगा. ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी. पूरे जुलूस मार्ग पर पुलिस विभाग और नगर निगम की टीमें इसके लिए तैनात की जाएंगी.''