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पुणे ग्लास फैक्ट्री हादसा; बुजुर्ग पिता बीमार, बेटा हो गया स्वर्गवासी, बड़े परिवार का अब कैसे होगा जीवकोपार्जन - Pune Glass Factory Accident

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 1 hours ago

अमित कुमार और विकास के परिवार की स्थिति बेहद खराब है. पिता बुजुर्ग हैं. मजदूरी करते हैं. बेटे की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

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पुणे ग्लास फैक्ट्री हादसा में मारे गए अमित के परिवार के लोग रोते-बिलखते हुए. (Photo Credit; ETV Bharat)

रायबरेली: महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को एक फैक्ट्री में वाहन से कांच की पेटी ऊपर गिरने से 4 युवकों की मौत हो गई थी. ये चारों उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले थे. हादसे में ऊंचाहार के पूरे बिछिवन गांव के रहने वाले अमित कुमार और छतौनी मरियानी निवासी विकास की भी मौत हो गई थी. अभी तक इनके शव घर नहीं पहुंचे हैं. जवान बेटे की इस प्रकार से हादसे में हुई मौत के बाद घर में मातम पसर गया है.

अमित कुमार और विकास के परिवार की स्थिति बेहद खराब है. अमित कुमार के पिता बीमार रहते हैं. अमित कुमार के भाई अमन ने बताया कि बड़े भाई पैसा कमाने के लिए एक साल पहले मजदूरी करने के लिए पुणे की येवलेवाड़ी में एक ग्लास कम्पनी में गए थे. उसी से परिवार की जीविका चला रहा था. सूचना मिली कि भैया की ग्लास टूटने से दबकर मौत हो गई है. उनकी शादी हो चुकी थी. हम 4 भाई बहन हैं. पिता बुजुर्ग हैं. मजदूरी करते हैं. भैया की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

पुणे ग्लास फैक्ट्री हादसा में मारे गए अमित के परिवार में छाया मातम. (Video Credit; ETV Bharat)

आज जब उसकी और उसके साथी विकास की मौत की खबर आई दोनों परिवारों में मातम पसर गया. परिवार के साथ ग्रामीण भी दुखी हैं. लोगो के घरों में चूल्हे तक नहीं जले. छतोली मरियानी के विकास गौतम 25 वर्ष 2 महीने पहले ही पुणे की ग्लास कम्पनी में कमाने गया था. उसके परिवार में 3 भाई बहन और मां हैं. पिता का पहले ही निधन हो चुका है. विकास ही घर में अकेले कमाने वाला था.

कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष शम्भू शरण पाल ने बताया कि रायबरेली सांसद राहुल गांधी का फोन आया था कि पीड़ित परिवार के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त करें और उनसे कहें कि पार्टी और उनके सांसद उनके हर दुख-सुख में उनके साथ खड़े हैं. पूरी तरीके से पीड़ित परिवार की मदद की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः पुणे शीशा फैक्ट्री हादसा: ट्रक से माल उतारते समय कांच की सीट के नीचे दबकर रायबरेली के 4 मजदूरों की मौत, आज गांव पहुंचेंगे सभी के शव

ये भी पढ़ेंः 80 साल के बुजुर्ग ने साइबर ठगों को दिया चकमा; नहीं कर पाए डिजिटल अरेस्ट, रिटायर डॉक्टर ने बचाए 2 लाख रुपए

रायबरेली: महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को एक फैक्ट्री में वाहन से कांच की पेटी ऊपर गिरने से 4 युवकों की मौत हो गई थी. ये चारों उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले थे. हादसे में ऊंचाहार के पूरे बिछिवन गांव के रहने वाले अमित कुमार और छतौनी मरियानी निवासी विकास की भी मौत हो गई थी. अभी तक इनके शव घर नहीं पहुंचे हैं. जवान बेटे की इस प्रकार से हादसे में हुई मौत के बाद घर में मातम पसर गया है.

अमित कुमार और विकास के परिवार की स्थिति बेहद खराब है. अमित कुमार के पिता बीमार रहते हैं. अमित कुमार के भाई अमन ने बताया कि बड़े भाई पैसा कमाने के लिए एक साल पहले मजदूरी करने के लिए पुणे की येवलेवाड़ी में एक ग्लास कम्पनी में गए थे. उसी से परिवार की जीविका चला रहा था. सूचना मिली कि भैया की ग्लास टूटने से दबकर मौत हो गई है. उनकी शादी हो चुकी थी. हम 4 भाई बहन हैं. पिता बुजुर्ग हैं. मजदूरी करते हैं. भैया की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

पुणे ग्लास फैक्ट्री हादसा में मारे गए अमित के परिवार में छाया मातम. (Video Credit; ETV Bharat)

आज जब उसकी और उसके साथी विकास की मौत की खबर आई दोनों परिवारों में मातम पसर गया. परिवार के साथ ग्रामीण भी दुखी हैं. लोगो के घरों में चूल्हे तक नहीं जले. छतोली मरियानी के विकास गौतम 25 वर्ष 2 महीने पहले ही पुणे की ग्लास कम्पनी में कमाने गया था. उसके परिवार में 3 भाई बहन और मां हैं. पिता का पहले ही निधन हो चुका है. विकास ही घर में अकेले कमाने वाला था.

कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष शम्भू शरण पाल ने बताया कि रायबरेली सांसद राहुल गांधी का फोन आया था कि पीड़ित परिवार के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त करें और उनसे कहें कि पार्टी और उनके सांसद उनके हर दुख-सुख में उनके साथ खड़े हैं. पूरी तरीके से पीड़ित परिवार की मदद की जाएगी.

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