देवघर: मंगलवार को नहाय-खाय के साथ लोक आस्था के चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत होगी. नहाय-खाय के दिन व्रती स्नान कर नेम निष्ठा के साथ प्रसाद के रूप में चने की दाल, कद्दू की सब्जी और भात बनाते हैं और उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं. इसके बाद लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाता है.
देवघर में 80 से 90 रुपये किलो बिका कद्दू
नहाय खाय में कद्दू का विशेष महत्व है. इस कारण देवघर में कद्दू की डिमांड बढ़ गई है. वहीं बाजार में कद्दू के दाम में भी काफी उछाल आया है. देवघर के सब्जी बाजार में कद्दू के दाम में दोगुनी वृद्धि हुई हैं. जो कद्दू दो से तीन दिन पहले तक आसानी से 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह सोमवार को 80 से 90 रुपये किलो तक बिका.
वहीं बाजार में कद्दू की खरीदारी करने पहुंचे लोगों ने बताया कि कद्दू की कीमत में खासा बढ़ोतरी हुई है, लेकिन पर्व में कद्दू खाने का नियम है तो खरीदना ही पड़ेगा. लोगों ने बताया कि बाजार में दोगुने दाम पर कद्दू की बिक्री हो रही है.
लोकल कद्दू के दाम थोड़े कम
बता दें कि देवघर के बाजार में लोकल और चलानी (बाहरी) दोनों प्रकार के कद्दू उपलब्ध हैं. लोकल कद्दू की बिक्री 60 से 70 रुपये प्रति किलो की दर पर हो रही है. वहीं बाहर से मंगाए गए कद्दू की कीमत 80 से 90 रुपये प्रति किलो है. वहीं कई दुकानदारों ने बताया कि देर शाम और मंगलवार दोपहर तक कद्दू के दाम में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है.
कद्दू का विशेष महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार कद्दू खाने से व्रतियों को काफी ताकत मिलती है. माना जाता है कि कद्दू में पानी भरपूर मात्रा में होता है. इस कारण डिहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होती है. वहीं इस संबंध में पुरोहित भी बताते हैं कि सनातन धर्म में कद्दू को सबसे पवित्र सब्जी माना गया है. इसके अलावा कद्दू सुपाच्य भी होता है.
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