हजारीबाग: जिले में दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह चरम पर है. भक्त अपने पूरे परिवार के साथ मां दुर्गा के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. मान्यता है कि मां 9 दिनों तक मृत्युलोक में रहती हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं. मां के स्वागत के लिए भक्तों ने हजारीबाग जिले में एक से बढ़कर एक पंडाल बनाए हैं. पंडालों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं.
बदलते दौर में पंडाल का स्वरूप भी बदल रहा है. हजारीबाग की बात करें तो 250 से अधिक पंडाल बनाए गए हैं. अकेले हजारीबाग शहर में करीब 100 पंडाल हैं. जहां आकर्षक विद्युत सज्जा भी देखने को मिल रही है. हजारीबाग के मटवारी स्थित शिव शक्ति दुर्गा पूजा समिति ने गांधी मैदान में बेंगलुरु के रविशंकर ज्ञान आश्रम की तर्ज पर पंडाल तैयार किया है.
शहर के बड़ा बाजार में वृंदावन मंदिर का मॉडल बनाकर मां की स्थापना की गई है. यहां विद्युत सज्जा लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. वहीं हुरहुरू में दक्षिण भारत के प्रसिद्ध मंदिर का मॉडल बनाया गया है. यहां भी सैकड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
कालीबाड़ी दुर्गा पूजा समिति ने अद्भुत काल्पनिक पंडाल तैयार किया है. इसकी थीम है स्वयं को पहचानो. यह पंडाल 'हू आई एम' की तर्ज पर बनाया गया है. यहां की मूर्ति बेहद आकर्षक है. जो पूरे जिले की सुर्खियों में है. दुर्गा पूजा के अवसर पर सड़कों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है. शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में देर रात तक भीड़ देखी गई. इस दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं.
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