देहरादून: लोक सेवा आयोग ने हाल ही में राज्य सिविल प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा करवाई. परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा को लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया भी सुनने को मिली. कुछ परीक्षार्थी पीसीएस प्री की इस परीक्षा को सामान्य मान रहे हैं, तो कई अभ्यर्थियों ने इस बार पीसीएस प्री की परीक्षा का प्रश्न पत्र काफी मुश्किल होने की बात कह रहे हैं. इस बीच लोक सेवा आयोग ने परीक्षा की उत्तर कुंजी भी जारी कर दी है. जिसमें अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान हल किए गए प्रश्नों का मिलान करते हुए खुद की स्थिति को भांप सकते हैं. इस बीच परीक्षा में आए प्रश्नों को लेकर भी कुछ अभ्यर्थियों में आपत्ति की स्थिति दिखाई दे रही है. अभ्यर्थी आंसर शीट में दिए गए कुछ उत्तर को भी गलत मान रहे हैं. ऐसे में लोक सेवा आयोग को इस संदर्भ में आपत्ति आना तय है.
लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई पीसीएस प्री की इस परीक्षा में 46% अभ्यर्थी दो पालियों में शामिल हुए. राज्य में यह परीक्षा 14 जुलाई को करवाई गई. खास बात यह है कि उत्तर कुंजी जारी होने के बाद अब अभ्यर्थी 24 जुलाई से 30 जुलाई तक अपनी आपत्ति लोक सेवा आयोग में दर्ज करवा सकते हैं. लोक सेवा आयोग की तरफ से उत्तर कुंजी जारी होने के बाद अभ्यर्थियों को किसी भी आपत्ति को लेकर परेशान ना होने का संदेश दिया है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए लोक सेवा आयोग सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया अभ्यर्थियों को अपनी आपत्ति दर्ज करने का समय दिया गया है. इस दौरान जो भी आपत्ति लोक सेवा आयोग के संज्ञान में आएगी उन सभी का समाधान किया जाएगा. ऐसे में परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों को अपनी आपत्ति के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. आपत्ति दर्ज होने के बाद विषय विशेषज्ञों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों की आपत्ति का हल निकाला जाएगा.