प्रयागराज : यूपी लोकसेवा आयोग की कई परीक्षाओं में सेंध लगी चुकी है. इसलिए अब उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग होने वाली भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने की तैयारी करने में जुटा हुआ है. अब आयोग की तरफ से आयोजित की जाने वाली सभी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक से लेकर कक्ष आवंटन और पेपर के बंडल खोले जाने तक में बदलाव लाने की तैयारी की जा चुकी है. आयोग का दावा है कि नई व्यवस्था के बाद किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सेंध लगाना आसान नहीं होगा.
आयोग की तरफ से आयोजित भर्ती परीक्षा में आधार कार्ड से पहचान के लिए बायोमीट्रिक मिलान किया जाएगा. साथ ही परीक्षा केंद्रों पर तैनात शिक्षकों को कक्ष आवंटन की जानकारी परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही दी जाएगी. परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को पता चलेगा कि उनकी ड्यूटी किस रूम नंबर में है. शिक्षकों के कक्ष आवंटन का कार्य भी सेंटर पर तैनात स्टेटिक मजिस्ट्रेट की मौजदूगी में किया जाएगा. इसके अलावा परीक्षा केंद्रों में अतिरिक्त कक्ष निरीक्षकों की जरूरत पड़ने पर जिलाधिकारी की भूमिका सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही यूपी लोकसेवा आयोग परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज भी सुरक्षित रखेगा.
एआई की मदद से पकड़े जाएंगे संदिग्ध : आयोग की तरफ से परीक्षा केंद्र पर आने वाले अभ्यर्थियों की सघन चेकिंग की जाएगी. साथ ही प्रवेश द्वार पर और अंदर प्रवेश पत्र और पहचान पत्र की जांच की जाएगी. इसी दौरान आधार कार्ड की मदद से अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक पहचान की जाएगी. जिसके बाद अभ्यर्थियों के पहचान की जांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से की जाएगी. जिससे परीक्षा के दौरान ही संदिग्धों का पता चलेगा.
पेपर के बंडल पर होंगे अभ्यर्थियों के दस्तखत : कक्ष में ओएमआर शीट और पेपर का बंडल खोलते समय गवाह के रूप में दो अभ्यर्थियों के दस्तखत करवाए जाएंगे. केंद्र में ओएमआर शीट और पेपर के बंडलों को भी स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापकों के सामने खोले जाएंगे और सीसीटीवी के साथ ही उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी और उसे भी सुरक्षित रखा जाएगा. साथ ही अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र तय करने को लेकर भी योजना बनाने पर काम हो रहा है.