रायपुर: स्काईवॉक साल 2016 में बनना शुरू हुआ था. लेकिन साल 2024 तक इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.क्योंकि इसके पहले साल 2018 में सत्ता परिवर्तन हुआ .कांग्रेस सरकार ने इसके निर्माण पर रोक लगा दी थी. तब से लेकर अब तक यह निर्माण कार्य बंद रहा.लेकिन अब जब इसका काम दोबारा शुरु करने के संकेत मिले हैं,तो लोगों ने इस बारे में अपनी अलग-अलग राय दी है.
स्काईवॉक बनने से होगा फायदा : स्काईवॉक निर्माण को लेकर राहगीरों की अलग-अलग राय है. कुछ राहगीरों का कहना है कि इसके बनने से काफी फायदा मिलेगा, पैदल चलने वालों के लिए यह काफी अच्छा होगा. पैदल चलने वाले एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं. स्काईवॉक बनने से वो बच सकेंगे. मेकाहारा चौक से डीकेएस, तहसील ऑफिस और घड़ी चौक आने जाने वालों के लिए स्काईवॉक काफी फायदेमंद साबित होगा.
स्काईवॉक पर चढ़ने में होगी परेशानी : वहीं कुछ ऐसे लोग भी थे, जो स्काईवॉक बनाने के पक्ष में नहीं थे. उनका कहना था इसका कोई खास उपयोग नहीं है. क्योंकि पैदल चलने वाले इतना ऊपर नहीं चढ़ेंगे. जिसको पैदल चलना है वो नीचे ही नीचे अपने मंजिल तक पहुंच जाएगा. वो इतना ऊपर चढ़कर घूमने के लिए नहीं जाएगा. इसलिए स्काईवॉक बनाने का कोई औचित्य नहीं है.
वहीं कुछ लोगों ने ये भी सुझाव दिया है कि स्काईवॉक पैदल चलने की जगह यदि बाइक चालकों के लिए बनाया जाता है तो ज्यादा सुविधाजनक होता. लोगों को आवाजाही में राहत मिलती. साथ ही ट्रैफिक जाम से भी लोगों को कुछ हद तक छुटकारा मिल सकता था. ऐसे में कह सकते हैं स्काईवॉक के निर्माण को लेकर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय है.