वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी स्टेडियम में लगभग 2000 की संख्या में रेलवे कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. वाराणसी में रेलकर्मियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि अब यह आंदोलन देशभर में चलेगा. इसमें केंद्रीय और राज्य स्तरीय कर्मचारियों को जोड़ा जाएगा. नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु का कहना है कि जो सरकार पुरानी पेंशन योजना बहाल करेगी, हम उसी की सरकार बनाएंगे. नई पेंशन स्कीम लागू करने वाली सरकार को सत्ता से हटाया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे कर्मचारियों ने ओवरटाइम कराए जाने को लेकर भी साथी कर्मचारियों को इकट्ठा किया.
वाराणसी में प्रदर्शन कर रहे रेलवेकर्मियों का कहना है कि हम इस आंदोलन में रेलवे कर्मचारियों के साथ ही राज्य स्तर के कर्मचारियों को भी जोड़ रहे हैं. उनका कहना है कि हर वर्ग के कर्मचारियों के इस आंदोलन में जुड़ने से मजबूती मिलेगी. पूरे देश में नए पेंशन स्कीम का विरोध शुरू हो गया है. पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली करने की मांग की जा रही है. हमारी मांग है कि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम की सुविधा दी जाए, जिससे कि कर्मचारियों को बुढ़ापे का सहारा मिल सके और सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की गारंटी हो सके. कर्मचारियों का कहना है कि कोविड काल में रेलवे कर्मचारियों ने दवाई, ऑक्सीजन और जीवन दांव पर लगाकर पहुंचाया था. सरकार हमसे हमारी पेंशन छीन रही है.
कर्मचारियों को गुमराह कर रहा फेडरेशन
रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि सेफ्टी सेमिनार और पेंशन पर चर्चा का आज कार्यक्रम रखा गया है. सेफ्टी सेमिनार का उद्देश्य ये है कि लगभग रोजाना हमारे गैंगमैन, वाचमैन साथियों के साथ ही ड्राइवर संवर्ग रन ओवर हो रहे हैं. उनसे 12 घंटे की ड्यूटी ली जा रही है. किसी से अतिरिक्त ड्यूटी ली जा रही है. इन सभी को नियमों की जानकारी देना और अपने कर्तव्यों के प्रति उनको जागरूक करने का भी कार्यक्रम रखा गया है. साथ ही हमारी बुढ़ापे की पेंशन की लाठी जो मान्यता प्राप्त फेडरेशन द्वारा हम सभी को गुमराह करते हुए, जो भारत सरकार द्वारा अभी तक जीपीएस स्कीम लाई नहीं गई, वह जीपीएस के माध्यम से इन फेडरेशन ने 98 फीसदी कर्मचारियों को गुमराह किया है.
पुरानी पेंशन स्कीम को दोबारा बहाल किया जाए
उनका कहना है कि ये फेडरेशन के नेता दिल्ली में सत्ता में बनते रहेंगे, भारत सरकार की चाटुकारिता करते रहेंगे. तो ऐसे में कर्मचारियों को जागरूक करने के लिए संवाद रखा गया है. ऑनरोल कर्मचारियों को जागरूक किया जा रहा है कि बुढ़ापे में हमें 60 साल सेवा के बाद हमारे सामाजिक स्तर को, हमारे पारिवारिक स्तर को और जीवन सुधारने का एकमात्र सहारा पुरानी पेंशन है. उसे दोबारा बहाल कराया जाए. यही संदेश हम भारत सरकार को और फेडरेशन में बैठे नेताओं को देना चाहते हैं कि उनमें कम से कम वह सद्बुद्धि जगे. सही कार्यों के लिए उनको चुनकर बैठाया गया है. वे लोग जागरूक होकर भारत सरकार से बात करें.
हटाएंगे नई पेंशन स्कीम लागू करने वाली सरकार
रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि लगभग संपूर्ण रेलवे से पदाधिकारी आए हुए हैं. अब ये आगाज पूरे भारतीय रेल में होगा. इन मान्यता प्राप्त फेडरेशनों के खिलाफ हम लोग लामबंद होकर इन लोगों का सच बाहर लाएंगे. नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु का कहना है कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारियों के हित में नहीं है. इस स्कीम ने कर्मचारियों के मूल अधिकार को छीना है. अब हमारा आंदोलन देशभर में चलेगा. नई पेंशन स्कीम को लागू करने वाली राज्य सरकार हो या फिर केंद्र सरकार हमें उसको सत्ता से बाहर करना होगा. हम नई पेंशन स्कीन को लेकर आंदोलन चला रहे हैं, जिसमें सभी कर्मचारियों को जोड़ा जा रहा है.
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