लखनऊ: पाकिस्तान में शिया मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार और नरसंहार के खिलाफ लखनऊ में शिया समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का आयोजन हैदरी टास्क फोर्स (एचटीएफ) ने किया. नेतृत्व शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने किया. प्रदर्शनकारियों ने दरगाह हजरत अब्बास (अ.स.) में इकट्ठा होकर पाकिस्तान की सरकार और आतंकवाद के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का पुतला दहन किया.
प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में पाकिस्तान के खुर्रम जिले में 100 से अधिक शिया मुसलमानों की निर्मम हत्या पर आक्रोश जताया. उन्होंने रूस्तम नगर में कैंडल मार्च निकालते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका. इससे पहले मारे जाने वालों की याद में एक मजलिस का आयोजन हुआ. इसमें मौलाना यासूब अब्बास ने आतंकवादियों की बर्बरता की कड़ी निंदा की.
आतंकवाद का गढ़ बना पाकिस्तान: मौलाना यासूब अब्बास ने पाकिस्तान को आतंकवाद का गढ़ करार दिया और आरोप लगाया कि वहां शिया समुदाय दशकों से क्रूरता का शिकार हो रहा है. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा. उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि घायल व्यक्तियों को एम्बुलेंस से खींचकर मार दिया गया.
चुप्पी अफसोसजनक: मौलाना ने मुस्लिम समुदाय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा, जब फिलिस्तीन जैसे मुद्दों पर पूरा मुस्लिम समुदाय एकजुटता दिखाता है, तो शिया मुसलमानों के नरसंहार पर खामोश क्यों रहता है? उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की.
सऊदी अरब पर भी सवाल: मौलाना ने सऊदी अरब पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पेट्रो डॉलर से आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मस्जिदों और इमामबाड़ों पर हो रहे हमले यह साबित करते हैं कि आतंकी इस्लाम के नाम पर पाखंड कर रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग : इस विरोध प्रदर्शन में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना साएम मेहंदी नकवी, मौलाना अनवर हुसैन रिज़वी, और अन्य शिया धर्मगुरुओं ने हिस्सा लिया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से पाकिस्तान में शिया समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की.
कर्बला की याद: मजलिस के दौरान मौलाना ने कर्बला के संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि इमाम हुसैन (अ.स.) ने अन्याय के खिलाफ खड़े होकर इंसानियत को बचाने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान के शिया मुसलमान उन्हीं मूल्यों के लिए शहीद हो रहे हैं.
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान: यह प्रदर्शन लखनऊ के शिया समुदाय की आक्रोशपूर्ण आवाज बनकर उभरा. मौलाना और धर्मगुरुओं ने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाना जरूरी हो गया है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में मची उथल-पुथल के पीछे किस का हाथ है ?
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान: सुरक्षा बलों की सख्ती पर प्रदर्शन छोड़कर भागे इमरान समर्थक, विरोध-प्रदर्शन खत्म