जोधपुर: शहर में अधिशेष शिक्षकों को अन्य स्कूलों से समायोजन करने आदेश के बाद उसका विरोध शुरू हो गया है. इस दौरान सोमवार को गंगाणा में पाक विस्थापितों की बस्ती के पास स्थित स्कूल में जमकर कर विरोध हुआ. यहां छात्रों की संख्या 1100 है. स्कूल से 8 शिक्षकों को एक साथ हटाने के आदेश जारी कर दिए गए. इससे छात्रों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने इस आदेश का विरोध करते हुए स्कूल के सामने प्रदर्शन किया. बाद में शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने समझाइश की और कहा कि शिक्षकों को यथावत रखा जाएगा. तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ. इधर, शिक्षा विभाग ने अधिशेष शिक्षकों के स्थान बदलने वाले जिला शिक्षा अधिकारी को एपीओ कर दिया.
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय पुरुषोतम राजपुरोहित ने शनिवार को एक आदेश जारी कर अधिशेष शिक्षकों के समायोजन के आदेश जारी किए थे. इसके तहत शहर की स्कूलों में अधिशेष शिक्षकों को हटाया था. इसमें गंगाणा स्कूल के आठ शिक्षक हटाए गए. इनमें नरेद्र सिंह परिहार नाम शिक्षक को हटाने को लेकर छात्रों में ज्यादा रोष व्याप्त हो गया. छात्रों का कहना था कि ये शिक्षक ही हमारी पढाई का सबसे ज्यादा ध्यान रखते थे. उनको ही हटा दिया गया. इसके बाद विरोध शुरू हुआ. छात्रों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया. इस बात की सूचना मिलने पर लूणी से सीबीईओ शमीम स्कूल पहुंची. उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि हटाए गए शिक्षकों के आदेश निरस्त होंगे. इसके बाद मामला शांत हुआ.
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आदेशों की तारीखों में उलटफेर: जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय पुरुषोतम राजपुरोहित ने 7 दिसंबर को 50 से ज्यादा शिक्षकों को अधिशेष होने के चलते हटाकर उन स्कूलों में लगा दिया, जहां कमी थी. उनके इस आदेश का शिक्षकों में भी शुरू हो गया. इस बीच रविवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जोधपुर में थे. इस बात की जानकारी किसी ने उन तक पहुंचाई. इसके बाद शाम को ही राजपुरोहित को एपीओ करने के आदेश जारी हो गए. एपीओ आदेश पर 6 दिसंबर की तारीख थी. ऐसे में राजपुरोहित की ओर से जारी अधिशेष शिक्षकों के आदेश स्वत: ही निरस्त हो सकते हैं. इस पूरे मामले में पुरुषोतम राजपुरोहित का कहना था कि उनको एपीओ आदेश रविवार रात को मिले हैं. मैंने तो तकनीकी रूप से सही आदेश जारी किए थे.