जयपुर: पश्चिम बंगाल के आरजी कर अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत का विरोध में रेजिडेंट चिकित्सकों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. इसके बाद एक रैली भी निकाली गई. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आहृवान पर शनिवार को प्रदेश के सभी निजी अस्पताल बंद रहेंगे. वहीं बाड़मेर में भी रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल में शामिल हो गए.
जयपुर में बीते दिन रेजिडेंट चिकित्सकों ने इमरजेंसी का भी बहिष्कार कर दिया. शुक्रवार को जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) की ओर से एसएमएस अस्पताल में जोरदार प्रदर्शन किया गया. इसके बाद एक रैली भी निकाली गई. जार्ड के मीडिया प्रभारी डॉक्टर साकेत दाधीच का कहना है कि हमारी मांग है कि सरकार चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कानून लेकर आए. बंगाल में जिस तरह की हैवानियत चिकित्सक के साथ हुई है, उनके दोषियों को पकड़ा जाए.
इसके साथ ही अब सीनियर रेजिडेंट भी आंदोलन में कूद गए हैं. सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स संगठन के पदाधिकारी डॉक्टर सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि बंगाल में स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले जिस तरह से उपद्रव हुआ. अस्पताल में तोड़फोड़ हुई. इसे लेकर रोष पूरे चिकित्सा समुदाय में है. जब तक महिला रेजिडेंट को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक चिकित्सा वर्ग इसका विरोध करता रहेगा. इसी के चलते सीनियर रेजीडेंट चिकित्सकों ने भी कार्य बहिष्कार कर दिया है.
IMA का कार्य बहिष्कार: इस घटना के विरोध में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. शनिवार को राजस्थान के प्राइवेट अस्पताल भी बंद रहेंगे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जयपुर के सेक्रेटरी डॉक्टर अनुराग शर्मा ने बताया कि बंगाल में जिस तरह से उपद्रवियों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की, उस समय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी बंगाल में मौजूद थे. यह घटना काफी शर्मनाक है. इसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी पूरे राजस्थान में हड़ताल का ऐलान किया है.
अरिस्दा भी जा सकता है हड़ताल पर: इसके अलावा राजस्थान में सेवारत चिकित्सक संघ ने भी इस घटना का विरोध किया है. बीते दो दिन से सेवारत चिकित्सक संघ काली पट्टी बांधकर इस घटना का विरोध कर रहा है. शुक्रवार को 1 घंटे का कार्य बहिष्कार भी किया गया. अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अजय चौधरी ने बताया कि फिलहाल अरिस्दा की ओर से 1 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया है. लेकिन शुक्रवार शाम को पदाधिकारी की बैठक की जाएगी और उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा.
बाड़मेर के रेजिडेंट भी हड़ताल पर: अब सरहदी जिले बाड़मेर के रेजिडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर उतर आए. शुक्रवार को अस्पताल परिसर में रेजिडेंट डॉक्टरों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इस बर्बर घटनाक्रम के दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि जब तक न्याय और सुरक्षा नहीं, तब तक ईलाज नहीं.
इंसाफ के लिए जारी रहेगा प्रोटेस्ट: इस दौरान एक महिला चिकित्सक ने बताया कि सरकार से यही अपील है कि जो गलत हुआ है, उसे ठीक नहीं कर सकते हैं, लेकिन हम साथी डॉक्टर के लिए इंसाफ चाहते हैं. जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हड़ताल जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि हमें जूनियर ओर सीनियर्स का भी साथ मिल रहा है.उन्होंने कहा कि जब तक चिकित्सकों की सेफ्टी नहीं होगी, तब तक इलाज नही होगा.