नई दिल्ली: दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले के छह आरोपियों के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है. एडिशनल सेशंस जज सुधांशु कौशिक ने तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश दिया कि सभी आरोपियों को 31 जनवरी को कोर्ट में पेश करें. शनिवार को इन आरोपियों की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी लेकिन पुलिस बलों की अनुपलब्धता की वजह से उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी कर पेश करने की मांग की.
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बता दें कि 13 जनवरी को कोर्ट ने इन आरोपियों को आज तक की न्यायिक हिरासत में भेजा था. 5 जनवरी को कोर्ट ने 13 जनवरी तक की न्यायिक हिरासत में भेजा था. 5 जनवरी को ही कोर्ट ने आरोपियों का पॉलीग्राफ, नार्को और ब्रेन मैपिंग करने का आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ यूएपीए की धारा 16ए के तहत आरोप लगाए हैं.
बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की विजिटर गैलरी से दो आरोपी चैंबर में कूदे. कुछ ही देर में एक आरोपी ने डेस्क के ऊपर चलते हुए अपने जूतों से कुछ निकाला और अचानक पीले रंग का धुआं निकलने लगा. इस घटना के बाद सदन में अफरातफरी मच गई. हंगामे और धुएं के बीच कुछ सांसदों ने इन युवकों को पकड़ लिया और इनकी पिटाई भी की. कुछ देर के बाद संसद के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों युवकों को कब्जे में ले लिया. संसद के बाहर भी दो लोग पकड़े गए जो नारेबाजी कर रहे थे और पीले रंग का धुआं छोड़ रहे थे.
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