नई दिल्ली: दिल्ली में सातवें चरण में 25 मई को मतदान होने हैं. 85 वर्ष से अधिक आयु व दिव्यांग मतदाता जिन्होंने घर से मतदान करने के लिए आवेदन किया है, उनके यहां चुनाव आयोग की टीम 25 मई से पहले ही वोट लेने के लिए जाएगी. लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर को तारीख और समय निर्धारित करना होगा. मतदाता को समय भी बताया जाएगा जिससे कि उस वक्त वे घर पर रहें.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि दिल्ली में 5472 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करने के लिए फार्म 12 डी भरा है. वहीं इलेक्शन ड्यूटी में लगे 31044 कर्मचारियों ने भी पोस्टल बैलेट से मतदान के लिए आवेदन किया है. 31749 मतदाता जो सेम लोकसभा क्षेत्र में ड्यूटी करेंगे वे भी पोस्टल बैलेट से मतदान करेंगे. वे बूथ पर जाकर मतदान नहीं कर सकेंगे.
पिकअप एंड ड्रॉप के लिए रिटर्निंग अधिकारियों को वाहन हायर करने के आदेश
पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से पिकअप एंड ड्रॉप की सुविधा मिलेगी. इसके लिए सभी रिटर्निंग आफिसर को ई-रिक्शा व अन्य वाहनों को हायर करने के लिए कहा गया है. 8000 वॉलंटियर भी होंगे, जो मतदाताओं को लाने व ले जाने में मदद करेंगे. दिल्ली में इस बार 85 वर्ष से अधिक मतदाताओं की संख्या 97823 है. वहीं, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 77480 है. मतदान केंद्रों पर 3500 व्हील चेयर्स की भी व्यवस्था की गई है.
ब्रेल लिपि में होगा वोटर आईडी कार्ड
पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में वोटर आईडी कार्ड बनाया जा रहा है. पोस्टल बैलेट पर भी ब्रेल लिपि होगी जिससे कि वे आसानी से बैलेट पेपर छू कर चुनाव चिह्न को समझ सकेंगे. जब भी घर से मतदान की सुविधा होती है, ज्यादातर दृष्टिबाधित मतदाता घर से मतदान करते हैं. चुनाव लड़ रही पार्टियों को भी इसकी सूचना दी जाती है.
पिंक और दिव्यांग स्पेशल बूथ आकर्षण का केंद्र होंगे
पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि दिल्ली में 2,627 स्थानों पर कुल 13637 मतदान केंद्र और चार उप मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित पिंक बूथ और साथ ही एक आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किये जाएंगे. इसके साथ ही सभी लोकसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र ऐसा होगा, जिसे सिर्फ दिव्यांगजन संभालेंगे. दिल्ली में कुल 2891 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं जिन पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. सीसीटीवी कैमरे से कुल 6833 मतदान केंद्रों की सीधी मॉनिटरिंग सीईओ कार्यालय और जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा वेबकास्ट के माध्यम से की जाएगी.
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