गिरिडीह: जिला में प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के लोन रिकवरी एजेंटों की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है. रिकवरी एजेंटों ने एक कार पर सवार झारखंड हाईकोर्ट के वकील और उनके परिजनों के साथ न सिर्फ दुर्व्यवहार किया बल्कि कार चालक के साथ मारपीट भी कर दिया. इस हंगामे को देखते हुए स्थानीय लोगों के प्रयास से मामले को शांत कराया गया.
बता दें कि जिस कार ड्राइवर से मारपीट की गयी उसका बगोदर में उसके रिश्तेदार रहते हैं. इस घटना को लेकर स्थानीय लोग भड़क गए और कार को बीच रोड पर ही खड़ी करके रोड जाम कर दिया. स्थानीय लोगों के द्वारा मारपीट करने वाले रिकवरी एजेटों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की. लोगों का आरोप है कि एक बगैर नंबर के बोलेरो पर सवार होकर रिकवरी एजेंटों के द्वारा लोन बकाया रहने वाले गाड़ियों को पकड़ा जाता है और उससे लोन रिकवरी किया जाता है.
इसी निमित कोडरमा के रहने वाले एवं हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले आफताब आलम अंसारी अपने परिजनों के साथ धनबाद से इलाज कराकर वापस लौट रहे थे. उनकी कार का लोन बकाया है. इसी दौरान फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने कुलगो से ही कार का पीछा किया. इससे डर कर कार चालक तेजी से कार भगाते हुए बगोदर मस्जिद रोड आ गया. यहां पर रिकवरी एजेंटों ने कार ड्राइवर के साथ मारपीट भी किया. कार मालिक आफताब आलम अंसारी ने बताया कि यह गुंडागर्दी है. पैसा बकाया है तो इस तरह वसूलने का अधिकार कंपनी के रिकवरी एजेंटों का नहीं है. हालांकि मौके पर थाना प्रभारी नीतीश कुमार दल-बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया.
इसे भी पढ़ें- ऋण की किश्त नहीं चुकाने पर महिला के अपहरण का प्रयास, ग्रामीणों के हंगामे के बाद फरार हुए एजेंट
इसे भी पढ़ें- लोन वापसी के दबाव में फिर एक महिला ने की खुदकुशी, पति ने रिकवरी एजेंट पर प्रताड़ित करने का लगाया आरोप
इसे भी पढ़ें- गिरिडीह में आत्महत्या: महिला ने दी जान, परिजनों का आरोप- लोन का तगादा सह नहीं सकी जैबून खातून