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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो कॉरिडोर का किया शिलान्यास, 2029 तक पूरा होगा काम

Fourth phase of Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का गुरुवार को पीएम मोदी द्वारा शिलान्यास किया गया. यह दोनों कॉरिडोर लगभग 8400 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे, जिससे लोगों की आवाजाही की दिक्कतें दूर होंगी.

fourth phase of Delhi Metro
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 14, 2024, 8:27 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इस कॉरिडोर में पहला लाजपत नगर से साकेत जी. ब्लॉक है और दूसरा इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक है. ये कॉरिडोर कुल मिलाकर 20 किलोमीटर से अधिक लंबे है और कनेक्टिविटी में सुधार और यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेंगे. इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए मोदी कैबिनेट ने बुधवार को ही मंजूरी दे दी थी.

लगभग 8400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दोनों कॉरिडोर का काम मार्च 2029 तक पूरा हो जाएगा. दोनों कॉरिडोर में कुल 18 स्टेशन होंगे. इससे दिल्ली में मेट्रो का नेटवर्क बढ़ेगा और लोगों की आवाजाही की परेशानी दूर होगी. जानकारी के मुताबिक, इस कॉरिडोर से दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में एक साथ आठ नए इंटरचेंज स्टेशंस जुड़ जाएंगे, जो अलग-अलग लाइनों को आपस में कनेक्ट करेंगे. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइन को जोड़ेगा.

इसमें लाजपत नगर-साकेत जी. ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से ऊंचा होगा और इसमें- लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश -1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार और साकेत जी. ब्लॉक स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर से मेट्रो की पहुंच बढे़गी और लोगों को फायदा मिलेगा. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में लगभग 11.35 किलोमीटर की भूमिगत लाइनें और 1.03 किलोमीटर की एलिवेटेड लाइनें होंगी. इसमें - इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय और इंद्रप्रस्थ स्टेशन शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें-कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो चरण-IV के दो कॉरिडोर को दी मंजूरी, आएगी करीब 8,400 करोड़ की लागत

इतना ही नहीं, इद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में सक्षम होंगे. इन कॉरिडोर पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे. ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी में सुधार करेंगे. गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्क में से एक है. वर्तमान में, डीएमआरसी 286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का संचालन करता है.

यह भी पढ़ें-दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन पर मेट्रो सेवा कुछ घंटे हुई बाधित, यात्रियों को करना पड़ा इंतजार

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इस कॉरिडोर में पहला लाजपत नगर से साकेत जी. ब्लॉक है और दूसरा इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक है. ये कॉरिडोर कुल मिलाकर 20 किलोमीटर से अधिक लंबे है और कनेक्टिविटी में सुधार और यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेंगे. इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए मोदी कैबिनेट ने बुधवार को ही मंजूरी दे दी थी.

लगभग 8400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दोनों कॉरिडोर का काम मार्च 2029 तक पूरा हो जाएगा. दोनों कॉरिडोर में कुल 18 स्टेशन होंगे. इससे दिल्ली में मेट्रो का नेटवर्क बढ़ेगा और लोगों की आवाजाही की परेशानी दूर होगी. जानकारी के मुताबिक, इस कॉरिडोर से दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में एक साथ आठ नए इंटरचेंज स्टेशंस जुड़ जाएंगे, जो अलग-अलग लाइनों को आपस में कनेक्ट करेंगे. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइन को जोड़ेगा.

इसमें लाजपत नगर-साकेत जी. ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से ऊंचा होगा और इसमें- लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश -1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार और साकेत जी. ब्लॉक स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर से मेट्रो की पहुंच बढे़गी और लोगों को फायदा मिलेगा. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में लगभग 11.35 किलोमीटर की भूमिगत लाइनें और 1.03 किलोमीटर की एलिवेटेड लाइनें होंगी. इसमें - इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय और इंद्रप्रस्थ स्टेशन शामिल होंगे.

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इतना ही नहीं, इद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में सक्षम होंगे. इन कॉरिडोर पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे. ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी में सुधार करेंगे. गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्क में से एक है. वर्तमान में, डीएमआरसी 286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का संचालन करता है.

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