वाराणसी : बनारस में इस बार सावन से वाटर लेजर शो का शुरू होगा. यूपी में इस तरह का यह पहला आयोजन होगा. यहां पर गंगा के पानी से ही एलईडी स्क्रीन तैयार की जाएगी और सावन से लेजर लाइट के जरिए मां गंगा, भगवान शिव की कथा को दिखाया जाएगा. यह लेजर शो प्रत्येक दिन गंगा आरती के बाद आधे घंटे तक काशी आने वाले पर्यटकों को दिखाया जाएगा. गंगा के तट पर आयोजित होने वाला यह शो काशी के पर्यटन के इतिहास में एक नया आयाम जोड़ने का काम करेगा. इसके साथ ही अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित भी करेगा. बनारस में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह तैयारी की गई है.
वाराणसी धर्म नगरी होने के साथ ही साथ एक पर्यटन नगर के रूप में भी विकसित हो रही है. रोजाना बनारस में लाखों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में कारोबार में भी काफी वृद्धि हो रही है. काशी में बढ़ती पर्यटकों की संख्या और घाटों पर घूमने की डिमांड को देखते हुए पर्यटन विभाग ने एक नया प्लान तैयार किया है. अब सावन स्व गंगा के घाटों पर पानी पर ही एक स्क्रीन तैयार की जाएगी और उस पर लेजर शो का आयोजन होगा. इस लेजर शो में बनारस का इतिहास लोगों को बताया जाएगा. इसके साथ ही भगवान शिव की कथा भी लोगों को दिखाई जाएगी.
गंगा आरती के बाद चलेगा लेजर शो
पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि वाटर लेजर शो का हम लोगों ने एक प्रोजेक्ट सरकार को भेजा है, जिसकी स्वीकृति मिल चुकी है. लगभग 9 करोड़ से वाटर लेजर शो घाट पर आयोजित किया जाएगा. इसमें बनारस के इतिहास, भगवान शिव की कथा को समेटते हुए यह लेजर शो कराया जाएगा. जो पर्यटक घाट पर रहते हैं, उनके लिए यह एक नए डेस्टिनेशन के रूप में यह कार्यक्रम चलाया जाएगा. विशेष रूप से इसका समय आरती के बाद का रखा जाएगा. हमारा प्रयास है कि यह करीब 30 मिनट का लेजर शो होगा, पानी से स्क्रीन बनाते हुए लेजर के माध्यम से स्टोरी चलाई जाएगी.
घाट पर पर्यटकों को लुभाएगा
आरके रावत ने बताया कि यह लेजर शो प्रतिदिन चलेगा. इससे घाट पर आने वाले टूरिस्ट्स को शाम या फिर रात में रुकने का आकर्षण मिलेगा. यह बहुत ही अच्छा प्रोजेक्ट होगा, जो यहां आने वाले लोगों को जल्द से जल्द देखने को मिलेगा. यह लेजर शो मां गंगा के तट पर हो रहा है तो ऐसे में शो में स्टोरी शिव और बनारस पर आधारित होगी. इसमें दिखाई जाने वाली स्टोरी भी लोगों को पसंद आने वाली होगी. इसमें बनारस का इतिहास दिखाते हुए नई तकनीकि के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा. यह बनारस के टूरिज्म में एक नया आयाम जोड़ने का काम करेगा.
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