जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन से अध्यक्ष पद से वैभव गहलोत के इस्तीफे के 5 दिन बाद भी अब तक इस पद के लिए कोई नाम सामने नहीं आया है. वहीं, दूसरी तरफ जयपुर में होने वाले आईपीएल मुकाबले को लेकर तैयारियां तेज होने लगी हैं. यहां वीआईपी बॉक्स को लेकर निर्माण कार्य चल रहा है. सरकार की अनुमति के साथ ही आरसीए के दफ्तरों को भी अस्थाई रूप से खोलकर ग्राउंड स्टाफ को काम करने की स्वीकृति दी गई है. हालांकि मैच आयोजन की जिम्मेदारी अभी तक स्पष्ट नहीं है.
24 मार्च को है पहला मैच : एसएमएस स्टेडियम में एक बार फिर ग्राउंड मेंटेनेंस शुरू की गई है. आरसीए के साथ एमओयू खत्म के बाद खेल परिषद ने स्टेडियम सहित आरसीए के दफ्तर, होटल और एकेडमी पर ताले जड़ दिए थे. तब से ग्राउंड पर काम नहीं हो पाया था. यहां तक कि बरमूडा ग्रास पर पानी देने में भी परेशानी खड़ी हो गई थी, लेकिन अब आईपीएल के मुकाबले को देखते हुए खेल परिषद ने ग्राउंड को तैयार करने की कवायद तेज कर दी है. आईपीएल मैचों में सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन को भी पत्र लिखा गया है, जिसमें स्पष्ट शब्दों में लिखा गया है कि सरकार यानि खेल परिषद आईपीएल मैचों के आयोजन की तैयारी कर रहा है और पुलिस को इसे लेकर सुरक्षा का जिम्मा संभालना होगा. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस और दूसरी सिक्योरिटी एजेंसीज को भी पत्र लिखकर तैयार रहने को कहा है. बता दें कि जयपुर में आईपीएल के तीन मैच अनाउंस हो चुके हैं. पहला मैच 24 मार्च को है, ऐसे में तैयारी के लिए काफी कम समय बचा है.
आईपीएल मैचों को लेकर तैयारी : राजस्थान खेल परिषद के सचिव सोहन राम चौधरी ने बताया कि आगामी आईपीएल मैचों को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. यहां अच्छे मुकाबले होंगे, राजस्थान के क्रिकेट प्रेमियों को निराश नहीं होना पड़ेगा. राजस्थान रॉयल्स की ओर से स्टेडियम परिसर में जिन भी कार्यों की स्वीकृति मांगी गई है, वो उन्हें दे दी गई है. सुरक्षा और दूसरे इंतजामों को लेकर संबंधित विभागों को भी लिखा जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये कैंपस राजस्थान खेल परिषद का है और जहां ताले लगाए गए हैं, उनको खोलकर इस्तेमाल कर रहे हैं.
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की सहकारिता रजिस्ट्रार की ओर से पांच बिंदुओं पर जांच जारी है. शुक्रवार को जांच अधिकारी की ओर से आरसीए पदाधिकारियों को सुनवाई के लिए भी कहा गया, लेकिन आरसीए के पदाधिकारी ने जांच अधिकारी को ये कहते हुए पत्र भेज दिया की खेल परिषद की ओर से ताले लगाए जाने के कारण उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. वहीं, सभी जिला संघ के पदाधिकारी अब आगे से इशारा मिलने का इंतजार कर रहे हैं ताकि जल्द ही नए कार्यकारीअध्यक्ष की घोषणा हो सके या फिर चुनाव की बिसात बिछ जाए. क्रिकेट से जुड़े जिले के पदाधिकारी के मन में इस बात की आशंका भी है कि सरकार कहीं एडहॉक कमेटी की घोषणा न कर दे.