हजारीबाग: 2019 में उत्कृष्ट सेवा के लिए स्कॉच अवार्ड से सम्मानित और आयुष्मान भारत योजना में बेहतर काम करने के लिए पुरस्कृत हजारीबाग अस्पताल के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने की तैयारी चल रही है. संजय तिवारी हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल और उसके निदेशक हर्ष अजमेरा के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अस्पताल के नाम पर अभी भी लूट जारी है. इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूली जाती है. इतना ही नहीं आरोग्यम अस्पताल जिन दो भवनों में चल रहा है, उन्हें भी नियम विरुद्ध हस्तांतरित किया गया है. जमीन खास महल की है और धनबल के बल पर जिला परिषद से भवन हस्तांतरित किया गया है.
इस पूरे मामले पर आरोग्य अस्पताल के संचालक हर्ष अजमेरा ने कहा कि नियमानुसार भवन का हस्तांतरण किया गया है. जिला परिषद ने दोनों भवनों को लीज पर आवंटित किया है. वहीं अस्पताल पर लगे आरोपों पर उन्होंने कहा कि मरीजों को जो भी बिल दिया जाता है उसकी पुष्टि होती है. मरीजों से स्वास्थ्य लाभ के लिए उचित शुल्क लिया जाता है.
उन्होंने यह भी कहा कि जिस अस्पताल पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं उसने आयुष्मान भारत के तहत बेहतरीन सेवा दी है. कोविड काल में भी इस अस्पताल ने मानवता की सेवा की है. जनहित याचिका दायर करने के लिए हर कोई स्वतंत्र है.
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