चंडीगढ़: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गयी है. चुनाव को बेहतर ढंग से संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग लगातार समीक्षा कर रहा है. इसी क्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने जिले के वरीय अधिकारियों के साथ मीटिंग की और आवश्यक निर्देश दिये. अनुराग अग्रवाल ने सभी उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर अपग्रेड हुए स्कूलों की जानकारी लेने और पोलिंग स्टेशन का नाम उनके अनुरूप करवाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इससे आमजन को अपने पोलिंग स्टेशन की सही जानकारी मिल सकेगी.
लोकसभा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक: हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आगामी आम चुनावों के मद्देनजर पोलिंग स्टेशन, मतदान के दिन प्रबन्धन एवं मॉनिटरिंग विषय पर विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर ही बनाए जाने चाहिए. पोलिंग स्टेशन में प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग दरवाजे होने चाहिए. मतदान के लिए ईवीएम और वीवीपैट वहां रखे जाएं, जहां कोई खिड़की या दरवाजा नहीं होना हो. इसके अलावा कोई भी मतदान केंद्र दो किलोमीटर से अधिक दूरी पर नहीं होना चाहिए. दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के लिए अलग से लाइन की व्यवस्था होनी चाहिए और उन्हें मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जानी चाहिए.
मार्गदर्शक बूथ पर बीएलओ उपस्थित रहें: मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र में प्रवेश के निकट मतदाता मागदर्शक बूथ स्थापित किए जाने चाहिए, जहां बीएलओ उपस्थित रहें ताकि मतदाता को आवश्यक जानकारी दी जा सके. इसके अलावा पोलिंग पार्टी के पास मेडिकल किट उपलब्ध रहनी चाहिए.
पोलिंग स्टेशन की वेबकास्टिंग होगी: मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि हर रिटर्निंग अधिकारी को अपने पोलिंग स्टेशन का प्रबंधन चुनाव आयोग द्वारा जारी हिदायतों के अुनरूप करना होगा. हर पोलिंग स्टेशन की वेबकास्टिंग होगी और उसकी लाइव रिकार्डिंग मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा की जाएगी. यह जानकारी भारत के चुनाव आयोग को सौंपी जाएगी. उन्होंने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी माइक्रो ऑब्जर्वर मूवमेंट की योजना भी तैयार करें. हर सेक्टर ऑब्जर्वर के साथ वाहन में ईवीएम का मास्टर ट्रेनर रहेगा. मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले रिटर्निंग अधिकारी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों या उनके चुनावी एजेंटों की उपस्थिति में कम से कम 100 मॉकपोल करवाएगा. इससे ईवीएम की स्थिति की सही जांच होगी और बाद में मॉकपोल को जीरो कर मतदान शुरू करवाया जाएगा.