प्रयागराज : उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की तरफ से धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज में शनिवार को महाकुंभ कॉन्क्लेव प्रोग्रा महुआ. इसमें विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया के साथ प्रयागराज मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद शामिल हुए. साथ ही प्रदेशभर के टूर ऑपरेटर और कई होटल व्यवसायी भी मौजूद रहे. इस दौरान सभी ने प्रयागराज समेत आसपास के इलाकों में पर्यटकों को बुलाने और उनके ठहरने आदि सुविधाओं के संबंध में सुझाव साझा किए.
पर्यटन विभाग की तरफ से विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया ने बताया कि प्रयागराज के अलावा यूपी के सभी दार्शनिक और धार्मिक स्थलों को विकसित करने के प्रयास किए हैं. जिससे पर्यटक दर्शन पूजा के साथ ही घूमने के लिए भी पहुंचें और यहां पर रुक सकें. विदेशी पर्यटकों को प्रयागराज में रोकने के लिए धार्मिक और दार्शनिक पर्यटन स्थलों के विकास के साथ ही नए एडवेंचरस जोन भी बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है.
विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया के अनुसार कुंभ के दौरान एडवेंचर एक्टिविटी के तहत लेजर शो, हेलीकॉप्टर राइड, हॉट एयर बैलून और अन्य सेवाएं शुरू करने की योजना है. विदेशी पर्यटकों के ठहरने से स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ने से लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. उन्होंने बताया कि युवाओं को ट्रेनिंग देकर मल्टी लिंगुअल गाइड बनाया जाएगा. श्रृंगवेरपुर को एग्रो रूरल विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है. साथ ही रामायण सर्किट को भी बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. प्रयागराज के साथ ही चित्रकूट धाम को भी धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है.
महाकुंभ कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने कहा कि प्रयागराज में कई धार्मिक स्थल ऐसे हैं जिन्हें अभी विकसित करने की जरूरत है. ये स्थल ऐसे टूरिस्ट पॉइंट बन सकते हैं जहां पर लोग न सिर्फ घूमने के लिए जाएंगे बल्कि वहां स्थित मंदिरों के महत्व को जानने के बाद वहां दर्शन पूजा भी करेंगे. उन्होंने कुछ स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का सुझाव भी दिया.
कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने 2025 में होने वाले कुंभ मेले के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रयागराज में लगने वाला कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है. कुंभ 2025 के आयोजन को 2019 के कुंभ मेला से भी ज्यादा भव्य और दिव्य स्वरूप में करवाने के लिए तैयरियां की जा रही हैं. मेले से जुड़े तमाम काम शुरू हो चुके हैं और उन्हें समय से पहले पूरा करवाने के लक्ष्य के साथ काम किया जा रहा है.
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