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माघ मेला : बसंत पंचमी पर संगम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, भोर से ही स्नान और दान शुरू

बसंत पंचमी के मौके पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. प्रयागराज में संगम (Basant Panchami) पर डुबकी लगाने के लिए दो दिन पहले से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है,

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 14, 2024, 7:12 AM IST

बसंत पंचमी पर संगम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

प्रयागराज : जिले के त्रिवेणी संगम तट पर चल रहे माघ मेले के चौथे स्नान पर्व बसंत पंचमी के मौके पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही संगम के घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान और दान का क्रम जारी है. मंगलवार की सुबह से दोपहर के बीच हुई रुक रुक तेज बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है. जिसका असर बसंत पंचमी के पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं पर भी पड़ रहा है.

मेला प्रशासन के मुताबिक, पवित्र संगम में भोर से ही श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगानी शुरू कर दी थी. यह सिलसिला घाटों पर बराबर बना हुआ है. श्रद्धालुओं में बसंत पंचमी के स्नान पर्व को लेकर खासा उत्साह है. श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान करने के लिए देश के कोने कोने से पहुंच रहे हैं. बसंत पंचमी के मौके पर मां सरस्वती की भी आराधना का विधान है, इसलिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी संगम में स्नान कर मां सरस्वती की आराधना कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन मां सरस्वती की आराधना करने से साधकों की साधना पूरी होती है, तो वहीं विद्यार्थियों को मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उन्हें ज्ञान के साथ सफलता की प्राप्ति होती है. बसंत पंचमी के मौके पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम तट पर पहुंच रहे हैं.

घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम : श्रद्धालुओं के लिए संगम के घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं. स्नान घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ को तैनात किया गया है. इसके साथ ही मेले की सुरक्षा के लिए सिविल पुलिसकर्मियों के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है. माघ मेले की सभी एंट्री पॉइंट पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. संपूर्ण मेला क्षेत्र में सुगम स्नान के लिए 12 स्नान घाट बनाए गए हैं और उनके सर्कुलेटिंग एरिया को भी बढ़ाया गया है.

यह भी पढ़ें : गंगा घाट पर सैकड़ों त्रिशूल लगाकर जलाए हजारों दीप, काशी व मथुरा में भव्य मंदिर बनाने की कामना की

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बसंत पंचमी पर संगम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

प्रयागराज : जिले के त्रिवेणी संगम तट पर चल रहे माघ मेले के चौथे स्नान पर्व बसंत पंचमी के मौके पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही संगम के घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान और दान का क्रम जारी है. मंगलवार की सुबह से दोपहर के बीच हुई रुक रुक तेज बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है. जिसका असर बसंत पंचमी के पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं पर भी पड़ रहा है.

मेला प्रशासन के मुताबिक, पवित्र संगम में भोर से ही श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगानी शुरू कर दी थी. यह सिलसिला घाटों पर बराबर बना हुआ है. श्रद्धालुओं में बसंत पंचमी के स्नान पर्व को लेकर खासा उत्साह है. श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान करने के लिए देश के कोने कोने से पहुंच रहे हैं. बसंत पंचमी के मौके पर मां सरस्वती की भी आराधना का विधान है, इसलिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी संगम में स्नान कर मां सरस्वती की आराधना कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन मां सरस्वती की आराधना करने से साधकों की साधना पूरी होती है, तो वहीं विद्यार्थियों को मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उन्हें ज्ञान के साथ सफलता की प्राप्ति होती है. बसंत पंचमी के मौके पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम तट पर पहुंच रहे हैं.

घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम : श्रद्धालुओं के लिए संगम के घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं. स्नान घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ को तैनात किया गया है. इसके साथ ही मेले की सुरक्षा के लिए सिविल पुलिसकर्मियों के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है. माघ मेले की सभी एंट्री पॉइंट पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. संपूर्ण मेला क्षेत्र में सुगम स्नान के लिए 12 स्नान घाट बनाए गए हैं और उनके सर्कुलेटिंग एरिया को भी बढ़ाया गया है.

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