प्रयागराज : लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन प्रयागराज के करेली इलाके के लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर पोलिंग बूथ पर बवाल करने और पुलिस से भिड़ने के मामले में पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. करेली पुलिस की तरफ से रेवती रमण सिंह के साथ ही अधिवक्ता रेहान अहमद, हरिओम साहू और मोहम्मद गुलशेर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह प्रयागराज की इलाहाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और चुनाव जीतकर सांसद भी चुने गए हैं.
बता दें, प्रयागराज में 25 मई को मतदान चल रहा था. उसी दौरान करेली थाना क्षेत्र के लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर पोलिंग बूथ के बाहर कांग्रेस प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह के पिता पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह अपनी गाड़ी से पहुंचे थे. उनके साथ वहां लोगों की भीड़ भी पहुंच गई थी. पुलिस ने भीड़ हटानी शुरू की तो रेवती रमण सिंह और पुलिस के बीच नोकझोंक होने गई. हालात बवाल जैसे हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह को हिरासत में लेकर करेली थाने ले गई थी. जहां समर्थक थाने के बाहर हंगामा करने लगे. इसके बाद करेली थाने के दारोगा मनीष कुमार राय की तहरीर पर पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह समेत 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
एसआई मनीष कुमार राय की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह समेत 50 अज्ञात पर मतदान के दौरान हंगामा और वोटिंग में बाधा डालने के साथ ही पोलिंग सेंटर के बाहर भीड़ जुटाकर अराजकता फैलाने समेत अन्य कई आरोपों में केस दर्ज किया गया था. आरोप था कि करेली थाना क्षेत्र के लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र पोलिंग सेंटर के बाहर अपने वाहन में गनर के साथ आकर मतदान केन्द्र के सामने रुके और अपने समर्थकों को चुनाव में अपने बेटे उज्ज्वल रमण सिंह के पक्ष में वोट डालने के लिए कहने लगे.
बिना पास के सपा का झंडा लगाए गाड़ी से घूम रहे थे पूर्व सांसद
आरोप है कि प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह के पिता पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह की गाड़ी में वाहन पास चस्पा नहीं था. वाहन पास गाड़ी के सामने वाले शीशे पर चस्पा नहीं था. हालांकि ड्राइवर ने 23 मई की शाम 5 बजे तक की वैधता वाला पास दिखाया. वैध पास न मिलने के बाद गाड़ी की तलाशी ली गई तो गाड़ी के अंदर से सपा के झंडे मिले. इस बीच सपा समर्थकों ने उग्र होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और अभद्रता शुरू कर दी. साथ ही मतदान बहिष्कार की बात करने लगे.