प्रयागराज : संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर रेलवे की तरफ से विस्तृत तैयारियां की जा रही हैं. एक दिन के दौरे पर रविवार को संगम नगरी पहुंचे रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने महाकुंभ की तैयारियां परखीं. उन्होंने उत्तर मध्य रेलवे, पूर्व उत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे के संगम के नजदीक के अलग अलग रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही सभी अधूरे कार्यों को समय रहते पूरा करने के निर्देश का अफसरों को दिए.
रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ को सफल बनाने के लिए ढाई साल से कार्य किया जा रहा है. इसके लिए कुल 5 हजार करोड़ तक का कार्य भी किया गया है. महाकुंभ में सुरक्षा के लिए 8 हजार आरएएफ, 10 हजार जीआरपी के जवानों के साथ ही 13 हजार रेलवे कर्मचारी तैनात रहेंगे. महाकुंभ के दौरान कुल 13 हजार ट्रेनें चलेंगी जिसमें 3 हजार स्पेशल और 10 हजार रेगुलर ट्रेनें शामिल रहेंगी. साथ ही मेला क्षेत्र से लोगों को लाने व ले जाने के लिए मेमू ट्रेनें चलाई जाएंगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग क्षेत्रों की मेमू ट्रेनों का भी संचालन मेले के दौरान प्रयागराज में किया जाएगा.
मोबाइल टिकटिंग मशीन से बेचेंगे टिकट: महाकुंभ के दौरान जंक्शन पर भीड़ में टिकट खरीदने के लिए यात्रियों को लाइन में न लगना पड़े उसके लिए रेलवे की तरफ से मुसाफिरों के पास जाकर टिकट बेचने की व्यवस्था की है. इसके तहत रेलकर्मी होल्डिंग एरिया और प्लेटफॉर्म के साथ ही ट्रेन के अंदर भी मुसाफिर के पास जाकर टिकट दे सकेंगे. अनारक्षित टिकट खरीदने के लिए लाइन में लगने की जरूरत न पड़े उसके लिए रेलकर्मियों के जैकेट तक पर क्यूआर कोड लगा दिया गया है जिसे स्कैन करके रेल ऐप डाउनलोड करके उसकी मदद से भी टिकट ऑनलाइन खरीदा जा सकता है.
महाकुंभ के दौरान छोटी दूरी के लिए चलेगी मेमू ट्रेनेंः रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि गंगा भक्तों की सुविधा के लिए रेलवे की तरफ से 16 कोच वाली मेमू ट्रेनें भी चलाई जाएंगी. महाकुंभ के दौरान ट्रेनों में आगे और पीछे दोनों तरफ इंजन लगेंगे. इससे गाड़ियों का इंजन बदलने के लिए समय न लगे और ट्रेनों का संचालन आसानी से हो सकेगा. प्रयागराज से वाराणसी तक दोहरीकरण का कार्य भी किया जा चुका है. इसी कड़ी में प्रयागराज के दारागंज में गंगा पर रेल का पुल बनाया गया है. 21 फुट ओवर ब्रिज बनाए गए हैं जिससे महाकुंभ की भीड़ के दौरान लोग एक दूसरे को क्रॉस न करें और आसानी से सुरक्षित रहकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर कुल 23 स्थायी होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं जिससे वहां पर श्रद्धालुओं यात्रियों को उठने बैठने में किसी प्रकार की दिक्कत परेशानी नहीं होगी. इस दौरान रेल मंत्री ने झूंसी, फाफामऊ, प्रयाग, प्रयागराज और जंक्शन का निरीक्षण भी किया.
अयोध्या की तर्ज पर कलर कोडिंग सिस्टम लागू किया जाएगा: रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि अयोध्या में रामलला की मूर्ति स्थापना के समय वहां कलर कोडिंग सिस्टम लागू किया गया था. इसके तहत अलग अलग दिशाओं में जाने वाली गाड़ियों के टिकट से लेकर उनके वेटिंग एरिया तक का रंग एक ही रखा जाएगा. इससे संबंधित दिशा की तरफ जाने वाली ट्रेन के मुसाफिर के अपने ही रास्ते पर चलते हुए अपने प्लेटफॉर्म और ट्रेन तक पहुँचे सकेंगे. साथ ही दिशा सूचक भी उसी रंग का बनाया जाएगा जिससे उन्हें अपनी मंजिल वाली ट्रेन तक पहुंचने में दिक्कत न हो.
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