प्रयागराज : महाकुंभ 2025 को लेकर बुधवार को श्री रमता पंच दशनाम आह्वान अखाड़े ने भी नाचते-गाते नगर में प्रवेश किया. इस दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम रहे. पूरे रास्ते में लोग सड़क के किनारे खड़े होकर साधु-संतों का स्वागत करते नजर आए. अखाड़ा अरैल स्थित तपस्वी आश्रम से पूरे विधि-विधान के साथ दर्शन के बाद अखाड़े के नागा संन्यासियों का जत्था महेवा पहुंचा. यहां पर नागा संन्यासी ने अपने करतब भी दिखाए. लाठियां भांजकर लोगों का ध्यान खींचा.
श्री रमता पंच दशनाम आह्वान अखाड़ा का नगर प्रवेश 22 नवंबर को होना था लेकिन अखाड़ा की तरफ से कार्यक्रम में परिवर्तन करते हुए बुधवार को ही नगर प्रवेश किया गया. अखाड़ा की तरफ से नगर प्रवेश के दौरान सबसे आगे घोड़ों पर सवार होकर नागा साधु पूरे अखाड़े की अगुवाई कर रहे थे. उनके पीछे अखाड़े की धर्म ध्वजा लेकर लोग चल रहे थे. इसके बाद डीजे पर भक्ति गीतों की धुन के बीच संत चांदी के हौद पर सवार होकर अपने वाहनों के साथ चल रहे थे.
श्री रमता पंच दशनाम अवाह्न अखाड़ा के नगर प्रवेश की शुरूआत अरैल स्थित तपस्वी आश्रम से हुई. यह अरैल रोड से होते हुए नया पुल के नीचे और फिर पुराना पुल से होते हुए नैनी एग्रीकल्चर, खान चौराहा होते हुए मड़ौका स्थित आश्रम तक गई. इसके बाद 22 दिसंबर को अखाड़ा मड़ौका स्थित आश्रम से मेला क्षेत्र आश्रम तक पहुंचेगा.
इस दौरान अखाड़ा के सभी बड़े संत इसमें शामिल होंगे. अखाड़े के महामंत्री सत्य गिरी जी महाराज ने बताया कि हम लोग पहले गणेश जी को नगर में प्रवेश कराते हैं. वह हमारे धर्म की रक्षा और सनातन धर्म की रक्षा करते हैं. उनके प्रवेश के बाद हमारा मेला में प्रवेश होता है. उसके बाद भूमि पूजन और ध्वज की पूजा की जाती है. फिर हमारा शिविर तैयार होता है.
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