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प्रयागराज महाकुंभ; श्रद्धालुओं के लिए रेलवे की बड़ी तैयारी, चलेंगी 13 हजार ट्रेनें, AI तकनीक से नियंत्रित होगी रेलवे स्टेशनों की भीड़ - MAHA KUMBH RAILWAY TRAIN FACILITY

स्टेशनों पर आपदा प्रबंधन के साथ ही फायर फाइटिंग उपकरण भी रखे गए, सुरक्षा में जीआरपी और आरपीएफ के जवान रहेंगे तैनात.

जीएम ने महाकुंभ को लेकरे रेलवे की तैयारियों से कराया अवगत.
जीएम ने महाकुंभ को लेकरे रेलवे की तैयारियों से कराया अवगत. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 31, 2024, 7:09 AM IST

प्रयागराज : संगम नगरी में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ मेले की शुरुआत होगी. इसे लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी का जा रही है. भारतीय रेलवे भी रेल सेवाओं को पुख्ता करने में जुटा है. महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 45 दिनों तक 13 हजार से अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसमें 3000 स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा 10 हजार नियमित ट्रेनें भी चलेंगी.

महाकुंभ को लेकर रेलवे की खास तैयारी. (Video Credit; ETV Bharat)

सोमवार को मीडिया से बातचीत में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया कि रेलवे महाकुंभ में आने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई कदम उठा रहा है. महाकुंम्भ के दौरान प्रयागराज से 13 हजार से अधिक ट्रेनों का आवागमन होगा. पूरे प्रदेश में करीब 50 रेलवे स्टेशनों से ट्रेनों के जरिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक लाने की तैयारी की गई है. ज्यादातर ट्रेनें कम दूरी की हैं. महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आसपास के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों अयोध्या, वाराणसी और चित्रकूट तक लाने ले जाने के लिए सर्किट ट्रेनें भी चलायी जा सकती हैं.

रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण की विशेष व्यवस्था : रेलवे ने भीड़ भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां कीं हैं. यात्रियों के रुकने के लिए अलग-अलग यात्री आश्रय स्थल भी बनाए गए हैं. एनसीआर के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने यह भी बताया कि इन सभी आश्रय स्थल में 1 लाख 30 हजार तक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की रहेगी. इसके अलावा इससे अधिक भीड़ बढ़ने पर खुसरो बाग को भी यात्री आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. रेलवे स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इनके जरिए भीड़ नियंत्रण की निगरानी की जाएगी. एआई की मदद से किसी खास जगह पर भीड़ बढ़ेगी तो उसका अलर्ट कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए मिल जाएगा. इसके बाद रेलवे वहां से भीड़ हटवाने का इंतजाम करेगा.

13 हजार जवान सुरक्षा में रहेंगे तैनात : महाप्रबंधक ने बताया कि रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिए करीब 13 हजार जीआरपी और आरपीएफ की फोर्स तैनात रहेगी.इसके साथ ही प्रयागराज के आस पास के क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी कराई जाएगी जिससे 24 घंटे सूचना मिल सके.इसके अलावा फेस रिकॉग्निशन कैमरे के जरिए संदिग्ध लोगों को भी पकड़ा जा सकेगा. साथ ही महाप्रबंधक ने बताया कि महाकुंभ को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर आपदा प्रबंधन के साथ ही फायर फाइटिंग उपकरण रखे गए हैं.

550 टिकट काउंटर खोले जाएंगे : उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया कि श्रद्धालुओं को टिकट खरीदने में कोई दिक्कत परेशानी न हो, उसके लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं. उसके लिए करीब 550 टिकट काउंटर खोले जाएंगे. यहां से 10 लाख टिकट प्रतिदिन बेचे जा सकेंगे. रेल यात्री किसी भी टिकट काउंटर से आसानी से टिकट ले सकेंगे. आम दिनों में यात्री अनारक्षित टिकट 3 दिन पहले ही खरीद पाते थे लेकिन महाकुंभ के दौरान अनारक्षित टिकट 16 दिन पहले तक का यात्री खरीद सकेंगे. इसके अलावा टिकट वापसी 3 घंटे की जगह 6 घंटे पहले तक कर सकेंगे.

यह भी पढ़ें : महाकुंभ क्षेत्र में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापित हुई निरंजनी और आनंद अखाड़े की धर्म ध्वजा

प्रयागराज : संगम नगरी में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ मेले की शुरुआत होगी. इसे लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी का जा रही है. भारतीय रेलवे भी रेल सेवाओं को पुख्ता करने में जुटा है. महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 45 दिनों तक 13 हजार से अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसमें 3000 स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा 10 हजार नियमित ट्रेनें भी चलेंगी.

महाकुंभ को लेकर रेलवे की खास तैयारी. (Video Credit; ETV Bharat)

सोमवार को मीडिया से बातचीत में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया कि रेलवे महाकुंभ में आने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई कदम उठा रहा है. महाकुंम्भ के दौरान प्रयागराज से 13 हजार से अधिक ट्रेनों का आवागमन होगा. पूरे प्रदेश में करीब 50 रेलवे स्टेशनों से ट्रेनों के जरिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक लाने की तैयारी की गई है. ज्यादातर ट्रेनें कम दूरी की हैं. महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आसपास के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों अयोध्या, वाराणसी और चित्रकूट तक लाने ले जाने के लिए सर्किट ट्रेनें भी चलायी जा सकती हैं.

रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण की विशेष व्यवस्था : रेलवे ने भीड़ भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां कीं हैं. यात्रियों के रुकने के लिए अलग-अलग यात्री आश्रय स्थल भी बनाए गए हैं. एनसीआर के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने यह भी बताया कि इन सभी आश्रय स्थल में 1 लाख 30 हजार तक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की रहेगी. इसके अलावा इससे अधिक भीड़ बढ़ने पर खुसरो बाग को भी यात्री आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. रेलवे स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इनके जरिए भीड़ नियंत्रण की निगरानी की जाएगी. एआई की मदद से किसी खास जगह पर भीड़ बढ़ेगी तो उसका अलर्ट कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए मिल जाएगा. इसके बाद रेलवे वहां से भीड़ हटवाने का इंतजाम करेगा.

13 हजार जवान सुरक्षा में रहेंगे तैनात : महाप्रबंधक ने बताया कि रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिए करीब 13 हजार जीआरपी और आरपीएफ की फोर्स तैनात रहेगी.इसके साथ ही प्रयागराज के आस पास के क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी कराई जाएगी जिससे 24 घंटे सूचना मिल सके.इसके अलावा फेस रिकॉग्निशन कैमरे के जरिए संदिग्ध लोगों को भी पकड़ा जा सकेगा. साथ ही महाप्रबंधक ने बताया कि महाकुंभ को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर आपदा प्रबंधन के साथ ही फायर फाइटिंग उपकरण रखे गए हैं.

550 टिकट काउंटर खोले जाएंगे : उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया कि श्रद्धालुओं को टिकट खरीदने में कोई दिक्कत परेशानी न हो, उसके लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं. उसके लिए करीब 550 टिकट काउंटर खोले जाएंगे. यहां से 10 लाख टिकट प्रतिदिन बेचे जा सकेंगे. रेल यात्री किसी भी टिकट काउंटर से आसानी से टिकट ले सकेंगे. आम दिनों में यात्री अनारक्षित टिकट 3 दिन पहले ही खरीद पाते थे लेकिन महाकुंभ के दौरान अनारक्षित टिकट 16 दिन पहले तक का यात्री खरीद सकेंगे. इसके अलावा टिकट वापसी 3 घंटे की जगह 6 घंटे पहले तक कर सकेंगे.

यह भी पढ़ें : महाकुंभ क्षेत्र में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापित हुई निरंजनी और आनंद अखाड़े की धर्म ध्वजा

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