प्रयागराज : मेजा विधानसभा की भाजपा विधायक रहीं नीलम करवरिया का गुरुवार देर रात निधन हो गया. लिवर सिरोसिस की बीमारी से ग्रसित नीलम करवरिया का काफी समय से इलाज चल रहा था. कुछ दिनों पहले उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए हैदराबाद ले जाया गया था. पूर्व विधायक की मौत की जानकारी के बाद से उनके समर्थकों में शोक की लहर है. उनका शव शुक्रवार को दिन में प्रयागराज पहुंचेगा. इससे पहले उनके घर पर शोक प्रकट करने वालों की भीड़ जुटने लगी है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट कर नीलम करवरिया के निधन पर शोक प्रकट किया है.
2017 में चुनी गई थी विधायक : प्रयागराज के मेजा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक उदय भान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया को 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था. इसमें जीत हासिल कर नीलम करवरिया विधायक चुनी गई थीं. उसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में नीलम करवरिया को सपा प्रत्याशी संदीप पटेल ने चुनाव में शिकस्त दे दी. इसके बाद हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी नीलम करवरिया की गिनती टिकट के दावेदारों में की जाती थी. हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला.
मृदुभाषी और जनप्रिय नेता, जनपद प्रयागराज के मेजा विधानसभा से पूर्व विधायक श्रीमती नीलम करवरिया जी के निधन की अत्यंत दु:खद सूचना प्राप्त हुई है।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 27, 2024
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों व समर्थकों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ… pic.twitter.com/LlOnsM2yto
नीलम करवरिया के पति उदयभान करवरिया बारा विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. उनके जेठ कपिलमुनि करवरिया फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. नीलम करवरिया के देवर सूरजभान करवरिया भी एमएलसी रह चुके हैं. परिवार के तीन पुरुषों के विधायक सांसद चुने जाने के बाद नीलम करवरिया को उस वक्त राजनीति में सक्रिय रूप से उतरना पड़ा जब उनके पति जेठ और देवर तीनों को जेल जाना पड़ा था. 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 1996 में हुए विधायक जवाहर पंडित हत्याकांड के आरोप में कपिलमुनि करवरिया, उदयभान करवरिया और सूरज भान करवरिया को कोर्ट से आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए जेल भेज दिया था.
इसके बाद नीलम करवरिया सक्रिय राजनीति में उतरीं और मेजा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधायक बनीं. इसी बीच इस साल जुलाई में नीलम करवरिया के पति उदयभान करवरिया को राज्यपाल के आदेश पर सजा माफ करते हुए जेल से समय से पहले ही रिहा कर दिया गया था. इस दौरान उदयभान करवरिया ने लिवर सिरोसिस से बीमार नीलम करवरिया की देखभाल और इलाज कराया. ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए हैदराबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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