गया: जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर शुक्रवार को गया पहुंचे. बोधगया के एक होटल में प्रेस वार्ता कर नीतीश सरकार और लालू शासन पर निशाना साधा. प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री के गरीब कल्याण योजना में बिहार में चोरी हो रही है. यहां अफसर और विधायक मिलकर पैसे ले रहे हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में स्थिति यह है, कि वृद्धा पेंशन की 400 रुपये के लिए भी 20 रुपये कमीशन लिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में ऐसा कोई विभाग नहीं है, जहां बिना पैसा दिए काम होता हो.
"अधिकारी जो चाहेंगे, वही होगा. बिहार में अधिकारी जो चाहते हैं, वही होते हैं और यही वजह है कि 10% से लेकर 40% तक पीसी काटा जा रहा है. अवैध शराब के नए कारोबारी पैदा हुए हैं."- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज
वोट की कीमत समझायीः प्रशांत किशोर शुक्रवार को गया के नक्सल प्रभावित इलाके इमामगंज विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे. यहां इमामगंज के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित किया. पीके ने कहा कि लालू यादव का बेटा नवमीं तक पढ़ा है और वह बिहार का राजा बनेगा. लेकिन आपका बेटा ग्रेजुएशन कर गुजरात और दिल्ली में जाकर मजदूरी करेगा. ऐसे हालातों से सचेत होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 4 किलो अनाज पर वोट दीजिएगा तो फिर बच्चों को शिक्षा, रोजगार कहां से मिलेगा.
लोगों को दी सलाहः प्रशांत किशोर ने कहा कि अब आप लोग जात-पात की क्रांति छोड़िए. हम आपसे वोट मांगने नहीं आए हैं. आपके वोट की बहुत कीमत है. आप अपने बच्चों के लिए वोट कीजिए, लेकिन बच्चों का चेहरा देखकर. पीके ने कहा कि लोग कहते हैं, कि मैं जिसे सलाह देता हूं, वह राजा बन जाता है. आपको भी एक सलाह दे रहा हूं, अगली बार वोट अपने बच्चों के का चेहरा देखकर कीजिएगा. आपके बच्चे भी बेरोजगार नहीं रहेंगे.
बिहार में पलायन और अफसरशाहीः प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 2 सालों से बिहार में यात्रा कर रहे हैं. बिहार में यात्रा के बाद जो सामने आ रहा है, वह यह है कि बिहार में बेरोजगारी, पलायन और अफसरशाही सबसे बड़ी समस्या है. शायद ही कोई ऐसा परिवार है, जो पूरे परिवार के साथ रहता है. कोई न कोई उस परिवार में जरूर पलायन करता है. वही, कहा कि हमारा जो अनुभव है, उसके अनुसार बिहार में जंगल राज देखा, वह अपराधियों का था. अब नीतीश का राज है, जो अधिकारियों का है.
लालटेन से किरासन चूने लगा: प्रशांत किशोर ने कहा कि राजद ने चिट्ठी निकालकर अपने नेताओं से जन सुराज में शामिल नहीं जाने की अपील की है. यह भी कहा है, कि जो लोग जा रहे हैं, वह पैसे लेकर ज्वाइन कर रहे हैं. इसका मतलब यह है, कि तेजस्वी यादव अपने नेता को ही गाली दे रहे हैं. पत्र तो आपने निकाल लिया कि जन सुराज में मत जाइए, लेकिन राजद में भगदड़ है. यह तय हो गया है. राजद के लालटेन से किरासन चूने लगा है, तो घबराहट हो रही है.
एक करोड़ लोग बनाएंगे दलः बिहार में विधानसभा का उपचुनाव होने वाला है. गया के इमामगंज और बेलागंज से चुनाव लड़ने की बाबत प्रशांत किशोर ने कहा कि पहले ही कह चुका हूं, कि मैं कोई पार्टी का नेता नहीं हूं. एक करोड़ लोग राजनीतिक दल बनाएंगे. वही तय करेंगे कि इसका मुखिया कौन होगा. किस क्षेत्र से चुनाव लड़ना है. यह सब अक्टूबर महीने में एक करोड़ लोग तय करेंगे. मैं इसमें कुछ तय नहीं करूंगा.
शिक्षा का होगा पैरामीटरः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारे एक करोड़ लोग राजनीतिक दल बनाएंगे. वही, तय करेंगे कि दल के लोगों के लिए शैक्षणिक पैरामीटर होगा कि नहीं. अधिकांश लोग शैक्षणिक पैरामीटर होने की बात कह रहे हैं. यह पैरामीटर किस लेवल का होगा, दसवीं, इंटर या ग्रेजुएट यह वही लोग तय करेंगे. उन्होंने कहा कि अब तक 60% विधानसभा में भ्रमण कर चुका हूं. 5300 से ज्यादा गांव में पैदल होकर आया हूं. 21 सदस्यीय कमेटी घूम रही है.
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