छिंदवाड़ा। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और नवगठित जिला पांढुर्ना के प्रभारी मंत्री ने कमलनाथ के गढ़ में पहुंचकर ऐसा काम किया कि कांग्रेस के साथ-साथ अधिकारियों के भी होश उड़ गए. वह अचानक आधी रात को अस्पताल पहुंचे और जमीन पर बैठकर मरीजों से चर्चा की. प्रभारी मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर के दौरे की किसी को खबर नहीं थी. सबसे पहले प्रदुम्न सिंह तोमर ने मरीजों के हाल-चाल जाने और फिर उनके परिजनों से अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की.
आधी रात को सौसर के सरकारी अस्पताल का भी निरीक्षण
हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर सिर्फ यही नहीं रुके. पांढुर्ना अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद वह सौसर के सरकारी अस्पताल में भी रत्रि करीब 3:00 बजे पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कुछ देर यहां के रेस्ट हाउस में रुकने के बाद जिला मुख्यालय रवाना हुए. जिले की कमान मिलने के बाद उम्मीद थी कि पहली बार प्रभारी मंत्री तामझाम के साथ जिले में पहुंचेंगे, लेकिन हमेशा से अपनी अलग स्टाइल में रहने वाले ऊर्जा मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर की स्टाइल से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
प्रद्युम्न सिंह को बनाया गया है प्रभारी मंत्री
सिंधिया के कट्टर समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को कमलनाथ के गढ़ में अहम जिम्मेदारी मिली है. इसे ऐसे में कहीं ना कहीं बीजेपी की एक रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है. क्योंकि कमलनाथ की सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनाकर शिवराज सिंह को CM बनाने में ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत प्रदुम्न सिंह तोमर और उनके समर्थक विधायकों का अहम रोल रहा था. प्रभारी मंत्री के इस अलग अंदाज की चर्चा पूरे जिले में हो रही है.