गोड्डा: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां पूरी तरह से चुनावी मोड में हैं. गोड्डा के पोड़ैयाहाट विधानसभा सीट की बात करें तो प्रदीप यादव यहां से लगातार चुनाव लड़के आए हैं. इस बार वे कांग्रेस में हैं. खास बात ये है कि इस सीट पर हमेशा झामुमो भी अपना उम्मीदवार देता आया है. ऐसे में प्रदीप यादव की यहां क्या संभावनाएं हैं इस रिपोर्ट में जानिए.
पोड़ैयाहाट विधानसभा सीट पर झारखंड निर्माण के बाद एक उपचुनाव समेत कुल 6 चुनाव हुए हैं, जिनमे पांच बार प्रदीप यादव ने यहां से जीत दर्ज की है. हालांकि उन्होंने ये जीत भाजपा और झाविमो की टिकट दर्ज की है. वहीं 2003 में हुए एक मात्र उपचुनाव झामुमो ने भी जीत दर्ज की है. हालांकि ये जीत सिर्फ 608 मतो से थी. इस चुनाव में प्रशांत मंडल ने प्रदीप यादव के भाई अजित कुमार महात्मा को हराया था.
आंकड़ों पर गौर करें तो 2000 के चुनाव में प्रदीप यादव ने भाजपा उम्मीदवार के तौर पर झामुमो के प्रशांत मंडल को 18440 मतो से हराया था. वहीं तीसरे स्थान पर कांग्रेस और चौथे स्थान पर राजद प्रत्याशी थे.
वहीं, 2003 में पौड़ैयाहाट सीट पर उपचुनाव हुआ था, इसकी वजह थी कि प्रदीप यादव गोड्डा लोकसभा उपचुनाव जीत कर सांसद बन गए थे. जिसमें झामुमो के प्रशांत मंडल ने भाजपा उम्मीदवार प्रदीप यादव के भाई अजित कुमार महात्मा को पराजित किया. 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदीप यादव ने भाजपा के टिकट पर झामुमो के प्रशांत मंडल को हराया.
2009 के विधान सभाचुनाव में प्रदीप यादव बाबूलाल मरांडी के झाविमो की टिकट चुनाव लड़े और जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने झामुमो के दिग्गज सूरज मंडल को हराया. वहीं प्रशांत मंडल भाजपा की टिकट लड़े और तीसरे स्थान पर रहे.
2014 के विधान सभा चुनाव मे प्रदीप यादव ने फिर झाविमो की टिकट पर चुनाव लड़कर भाजपा के देवेंद्र सिंह हराया. जबकि तीसरे स्थान पर झामुमो के अशोक कुमार रहे. 2019 के विधानसभा चुनाव मे प्रदीप यादव ने एक बार फिर से झाविमो की टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा के गजेंद्र सिंह को त्रिकोणीय मुकाबले में हराया और इस बार भी तीसरे स्थान पर झामुमो के अशोक कुमार थे. 2024 विधानसभा के लिए बीजेपी भी लगातार तैयारी कर रही है. निशिकांत दुबे कह रहे हैं कि वे गोड्डा लोकसभा सीट में पड़ने वाले सभी 6 विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करेंगे.
पिछले चुनावों को देखें तो इससे साफ जाहिर है कि प्रदीप यादव की इलाके में अच्छी पकड़ है और वे लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. ऐसे में सीटों के बंटवारे में कांग्रेस इस सीट पर अपना दावा करेंगी. अगर कांग्रेस को ये सीट मिलती है तो ये पहली बार होगा कि प्रदीप कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे. इस मामले में पत्रकार देवन कुमार पिंटू बताते हैं कि इस बात की संभावना ज्यादा हैं कि झामुमो और कांग्रेस के बीच पोड़ैयाहाट पर तालमेल हो जाए, क्योंकि हाल के दिन मे प्रदीप यादव का कद इंडिया गठबंधन मे बढ़ा है. वे फिलहाल कांग्रेस के नेता विधायक दल भी हैं और सदन में तेज तर्रार नेता की छवि है. जिसको गठबंधन सदन के भीतर देखना चाहेंगी.
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