रांची: डॉ प्रदीप वर्मा और डॉ सरफराज अहमद राज्यसभा चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं. नामांकन वापसी की समय सीमा गुरुवार 14 मार्च को दिन के 3 बजे समाप्त होते ही निर्वाची पदाधिकारी सैयद जावेद हैदर ने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी. राज्यसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के समक्ष दोनों निर्वाचित प्रत्याशी को चुनाव आयोग का प्रमाण पत्र सौंपा गया.
प्रमाण पत्र सौंपने के दौरान प्रभारी सचिव सह निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, भाजपा विधायक सीपी सिंह, पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रविन्द्र राय सहित कई नेता मौजूद थे. वहीं, महागठबंधन की ओर से सरफराज अहमद के साथ राज्यसभा सांसद महुआ माजी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई कार्यकर्ता दिखे.
उम्मीद के अनुरूप आया चुनाव परिणाम
जिस तरह की संभावना व्यक्त की जा रही थी ठीक उसी तरह से चुनाव परिणाम भी दिखा. झारखंड की दो सीटों के लिए हुए इस चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन 11 मार्च को सिर्फ दो ही प्रत्याशी चुनाव में उतरते. इसके बाद से ही संभावना व्यक्त की जाने लगी की 21 मार्च को मतदान की नौबत नहीं आएगी और स्क्रूटनी के बाद जैसे ही नामांकन वापसी की समय सीमा आज खत्म हुई निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा दोनों उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गई.
झारखंड के विकास के लिए निर्वाचित प्रत्याशियों ने किया वादा
निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद बीजेपी के डॉ प्रदीप वर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और पीएम मोदी के प्रति आभार हुए कहा कि 'जिस उम्मीद के साथ मुझे देश के सर्वोच्च सदन में जाने का अवसर प्रदान किया गया है उसकी मर्यादा को जरूर रखूंगा. झारखंड में कई तरह की समस्या जिसके समाधान के लिए प्रयास करुंगा.' वहीं सरफराज अहमद ने हेमंत सोरेन और गुरु जी शिबू सोरेन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि 'हेमंत सोरेन के द्वारा जो आश्वासन दिया गया था उसे पूरा किया गया महागठबंधन के सभी सदस्यों का साथ मिलने से मुझे देश के उच्च सदन में जाने का मौका मिला है. मैं झारखंड की सेवा पहले से करता रहा हूं आगे भी करता रहूंगा.'
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