ग्वालियर: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता प्रभात झा के निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. जहां बड़े-बड़े नेता मंत्री विधायक उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, तो वहीं अब उनका अंतिम संस्कार बिहार में होने जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रभात झा का पूरा जीवन ग्वालियर में व्यतीत हुआ है. यहां तक कि उनका घर भी ग्वालियर में है. जहाँ वे अपने परिवार के साथ सारी उम्र रहे हैं, लेकिन अब उनका अंतिम संस्कार उनके अपने घर ग्वालियर में नहीं हो रहा है.
प्रभात झा की ये थी अंतिम इच्छा
असल में स्वर्गीय प्रभात झा के बेटे तुषमूल झा ने एक संदेश के माध्यम से बताया है कि, सभी की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उनकी कर्मस्थली मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हो, लेकिन ये प्रभात झा की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उनकी जन्मस्थली पर उस जगह हो जहां उनके पिता की अंत्येष्टि हुई थी. इसी इच्छा का मान रखते हुए, अब उनके बेटों ने उनका अंतिम संस्कार उनके बिहार स्थित गृह ग्राम कोरियाही जिला सीतामढ़ी में शनिवार दोपहर में करने का फैसला लिया है.
प्रभात झा के बेटे तुषमूल झा का संदेश
"जिस सुबह का डर पिछले 20 दिनों से था, आखिर वह सुबह आज आ ही गयी. बाबा आज सुबह 4 बजकर 20 मिनट पर अनंत लोक प्रस्थान कर गए और तुषमूल व अयतन को अकेला छोड़ गए. हम सब चाहते थे कि बाबा की कर्म स्थली मध्य प्रदेश (ग्वालियर) में उनकी अंत्येष्टि हो, लेकिन बाबा ने हमारे माता जी से कभी इच्छा जाहिर की थी कि उनकी अंत्येष्टि जन्म धरती पर एवं जहां मेरे दादाजी की अंत्येष्टि हुई थी, वहीं उनकी भी अंत्येष्टि हो. भावनाओं के अनुरूप बाबा की अंत्येष्टि 27 जुलाई को 3 बजे हमारे पुश्तैनी गांव कोरियाही, जिला सीतामढ़ी, बिहार में होगी."
लंबे समय से बीमार थे प्रभात झा
बता दें कि बीजेपी के पूर्व राज्यसभा संसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले साल भी एक लंबी बीमारी के बाद उन्होंने रिकवर किया, पिछले महीने अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें भोपाल में भर्ती कराया गया था, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार ना होने से जून के आखिरी हफ्ते में एयरलिफ्ट कर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली.