गिरिडीहः पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आलू के निर्यात पर रोक लगाए जाने से गिरिडीह में भी इसका असर पड़ा है. गिरिडीह में बंगाल के आलू की कमी हुई है इसकी वजह से नैनीताल आलू का दाम खुदरा बाजार में पांच रुपये तक बढ़ गया है.
इस बीच उत्तर प्रदेश का आलू बड़े पैमाने पर जिला के मंडियों में पहुंचने लगा है. इससे ग्राहकों को कुछ राहत मिली है. मंडियों में बंगाल के आलू की जगह लोग यूपी का आलू ले रहे हैं. दूसरी तरफ हजारीबाग से भी नया लाल आलू आने लगा है. भले ही नया आलू का दाम पुराने आलू से ज्यादा हैं लेकिन स्वाद जबरदस्त होने के कारण इसकी डिमांड बढ़ गई है. ईटीवी भारत संवाददाता अमरनाथ सिन्हा ने सब्जी मंडी का जायजा लिया.
क्या कहते हैं व्यापारी
आलू-प्याज के थोक विक्रेता विजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि बंगाल के आलू की खपत गिरिडीह में है. बॉर्डर पर बंगाल सरकार द्वारा आलू रोके जाने के बाद नैनीताल आलू की तंगी हुई है. हालांकि अभी भी चोरी छिपे कुछ ट्रक आ रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश से आलू ज्यादा मात्रा में आने लगी है और हजारीबाग से भी नये लाल आलू आ रहे हैं. यूपी के आलू के कारण बंगाल के आलू की डिमांड कम हो गयी है और यूपी के आलू की वजह से बाजार को संभाला गया है.
क्या कहते हैं खुदरा व्यापारी
गिरिडीह शहर में खुदरा आलू बेचने वाली युवती कहती है कि बंगाल का आलू कुछ दिनों पहले 25 रुपये किलो बेच रहे थे. लेकिन अभी तीन-चार दिनों से 30 रुपये प्रति किलो दाम हो गया है. विक्रेता ने कहा कि अब बाजार में नये आलू की भी डिमांड बढ़ने लगी है.
थोक में आलू का दाम
- बंगाल आलू - 24 से 26 रुपया किलो
- यूपी का आलू - 24 से 25 रुपये किलो
- नया लाल आलू - 35 रुपये किलो.
खुदरा में दाम
- बंगाल आलू - 30 रुपया किलो
- यूपी का आलू - 28-30 रुपये किलो
- नया लाल आलू - 40-45 रुपये किलो.
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