कोरबा : सरकारी नौकरी से रिटायर हुए बुजुर्गों को पेंशन लगातार मिलती रहे इसके लिए उन्हें हर साल खुद के जीवित होने का प्रमाण पत्र देना पड़ता है. इसके लिए बैंक जाकर केवायसी करानी होती हैं. इस दौरान कई बार बुजुर्गों को विभागों के भी चक्कर काटने पड़ते हैं. ऐसे में उम्रदराज लोगों को आने जाने में काफी दिक्कत होती है. इसे देखते हुए, अब नई व्यवस्था के तहत बुजुर्ग घर बैठे भी खुद का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं.इसके लिए नजदीकी डाकघर या इंडिया पोस्ट पेमेंट्स में आपको बड़ी सुविधा मिलेगी.
कैसे बनता है लाइफ सर्टिफिकेट : केन्द्र और राज्य सरकार की नौकरी से रिटायर हुए कर्मचारियों को पेंशन के लिए हर साल नवंबर, दिसंबर माह में जीवन प्रमाण पत्र मतलब लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराना अनिवार्य होता है. अब तक ऐसे सभी पेंशनर्स को बैंक या संबंधित विभाग में जाकर यह प्रमाण पत्र देना पड़ता था.अब नई व्यवस्था के बाद इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ मिलकर राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान शुरू किया गया है.
यह सेवा वृद्ध पेंशनभोगियों के लिए बहुत उपयोगी है. उन्हें पेंशन वितरण एजेंसी के कार्यालय में भौतिक रूप से जाने की आवश्यकता नहीं होगी. बुजुर्गों से नवंबर दिसंबर में यह प्रमाण पत्र लिया जाता है. उन्हें इसके लिए बैंक और संबंधित विभाग तक जाना पड़ता है. लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. अधिक बुजुर्ग हो चुके लोग, यदि चाहें तो वह अपने नजदीकी पोस्टमैन को अपने घर बुला सकते हैं. सारी प्रक्रिया घर पर भी पूरी कर सकते हैं-अजय कुमार सिदार ,मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, प्रधान डाकघर
घर बैठे ही बड़ी मुश्किल हो जाएगी आसान : इस सेवा में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक और फिंगरप्रिंट बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन की सहायता ली जाती है.जिसमें दूरदराज एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी पेंशनभोगियों और वरिष्ठ नागरिक पेंशन भोगियों को उनके घर पर ही जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा दी जा रही है. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की इस डोर स्टेप डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट सेवा के माध्यम से या डाकघर की गूगल प्ले स्टोर के पोस्ट इन्फो एप के सर्विस रिक्वेस्ट सुविधा के माध्यम से पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र बना सकते हैं.
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