दुमका: कभी-कभार कोई ऐसी रोचक घटना घट जाती है जो चारों ओर चर्चा का विषय बन जाती है. कुछ इसी तरह का मामला गुरुवार को दुमका में सामने आया जब पुलिस को एक वकील के बकरी को पशु अस्पताल में ले जाकर पोस्टमार्टम करवाना पड़ा.
क्यों हुआ बकरी का पोस्टमार्टम
दरअसल, दुमका शहर के दुधानी मोहल्ले में एक बकरी की संदिग्ध परिस्थिति में मरी हुई मिली. बकरी की मौत होने पर उसके मालिक सह दुमका कोर्ट के अधिवक्ता मोहम्मद अंसारी गुरुवार सीधे नगर थाना पहुंच गए और अपने पड़ोस के लोगों पर बकरी की हत्या का आरोप लगाया. इसके साथ ही वह बकरी के शव का पोस्टमार्टम कराने की जिद पर अड़ गए. जिसके बाद नगर थाना की पुलिस ने बकरी के शव को पशुपालन विभाग भेज दिया. यहां से रेफरल अस्पताल के कर्मियों ने जिला गव्य विभाग भेज दिया. जिला गव्य विभाग के आउटडोर में मृत बकरी का डॉ अवध कुमार झा ने पोस्टमार्टम किया. डॉ अवध कुमार झा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट एक से दो दिन के अंदर पुलिस को सौंप दी जाएगी.
अधिवक्ता की पत्नी ने दिया थाने में लिखित शिकायत
इस मामले में अधिवक्ता की पत्नी रीना खातून ने थाने में जो लिखित शिकायत दी है उसके अनुसार उनके पड़ोस में रहनेवाली महिला शबनम बीवी को मकान बनाने के लिए नगद 30 हजार रुपए कर्ज के रुप में दिए थे. जब भी वह कर्ज के रुपए वापस मांगती तो शबनम और उसके परिजन विवाद करते और धमकियां देते थे. रीना खातून का आरोप है कि शबनम और उसके घर के अन्य सदस्यों ने इस घटना को अंजाम दे दिया. घटना से पहले उनके घर में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त करने का भी आरोप लगाया गया है.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
इस बाबत दुमका नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा ने बताया कि अधिवक्ता की पत्नी रीना खातून ने एक आवेदन दिया है. आवेदन में पड़ोस के कई लोगों पर बकरी को जहर देकर मार देने का आरोप लगाया गया है. मामले की आवश्यक जांच पड़ताल के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
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