कवर्धा : पंडरिया ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र थाना कुकदूर के नागाडबरा गांव में 15 जनवरी के दिन एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था.जिसमें आदिवासी परिवार के तीन लोगों को जलकर मौत हुई थी.इस घटना में पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद गैस सिलेंडर के कारण आग का लगना बताया था.जबकि मृतक के परिजन और ग्रामीणों की माने तो ये पूरी हत्या की साजिश है. जिसे लेकर अब कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमलावर हो रही है.
पुलिस की जांच पर सवाल : पंडरिया कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नवीन जायसवाल के मुताबिक पुलिस प्रशासन की कार्रवाई सवालों के घेरे में हैं.पुलिस रह रहकर अलग-अलग बातें कर रही है. कभी कहते हैं गैस सिलेंडर फटने से हादसा हुआ.जबकि घर का गैस सिलेंडर सही सलामत था.फिर कहते हैं खाना बनाने के बाद आग लगने से मौत हुई. जबकि घटना वाले दिन परिवार शादी में गया था.जहां से सभी खाना खाकर वापस लौटे थे.जिसके कारण घर में उस रात चूल्हा नहीं जला था. मृतक के घर के पास खून के छींटे देखे गए थे. कांग्रेस ने पुलिस पर लीपापोती करने का आरोप लगाया है.वहीं इस घटना को लेकर पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए, कांग्रेस ने मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी और 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है.
''पुलिस जांच में अभी सब आना बाकी है. लोगों से मिली जानकारी के अनुसार साक्ष्य इकट्ठा किया जा रहा है. जिसमें कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. वहीं मृतक की दुश्मनी तो नहीं थी, जांच टीम गठित कर बारीकी से एक एक पहलु पर नजर रखते हुए कार्रवाई की जा रही है. '' हरीश राठौर,एएसपी
कांग्रेस ने सीएम का फूंका पुतला : नागाडबरा में आदिवासी परिवार की मौत मामले में कांग्रेस ने पांच सदस्यों की टीम गठित कर जांच समिति का गठन किया. जिस पर शुक्रवार को बैगा आदिवासी समाज के तीन सदस्यों की मौत पर कुई बाजार चौक में मृतक के परिजन और कांग्रेसियों ने धरना प्रदर्शन किया. आदिवासियों के साथ कांग्रेसियों ने धरना प्रदर्शन करके स्थानीय विधायक भावना बोहरा और सीएम विष्णुदेव साय का पुतला फूंका.इस दौरान प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई.प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है.ऐसा ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है.