मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: एमसीबी कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर एक बड़ी घोषणा की. स्वास्थ्य मंत्री ने डीएमएफ फंड से मेडिकल कॉलेज के लिए 4 करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की है. इसके बाद प्रदेश में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. इस घोषणा को लेकर विभिन्न दलों और संगठनों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने की घोषणा: स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बैठक में कहा कि मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज के भवन और अस्पताल बनने में तीन से चार साल का समय लग सकता है. इसके बावजूद प्रदेश सरकार चाहती है कि अगले सत्र से मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई शुरू हो. इसके लिए एक अस्थायी भवन, स्टडी हॉल, म्यूजियम और लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी. इन सभी कार्यों के लिए 4 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है.
हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मनेंद्रगढ़ के छात्रों को जल्द से जल्द मेडिकल शिक्षा का लाभ मिल सके. मेडिकल कॉलेज की स्थापना में देरी नहीं होनी चाहिए. यही कारण है कि डीएमएफ से 4 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं. : श्यामबिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़
गोंगपा ने बताया सियासी जुमला: स्वास्थ्य मंत्री के इस घोषणा पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एलएस उदय ने पलटवार किया है. उन्होंने इसे सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने का प्रयास बताया. साथ ही कहा कि, इतने करोड़ रुपये मेडिकल कॉलेज के लिए कोई मायने नहीं रखता. यह मात्र एक चुनावी जुमला है. इस तरह के कॉलेज को एक साल में चालू करना असंभव है."
यह घोषणा पूरी तरह से राजनीतिक है. इतनी राशि से मेडिकल कॉलेज की स्थापना संभव नहीं है. यह सिर्फ जनता को भ्रमित करने का प्रयास है. : डॉ एल एस उदय, राष्ट्रीय महामंत्री, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी
घोषणाएं नहीं जुमलेबाजी: इस पूरे मामले में समाजिक कार्यकर्ता विजेंद्र कुमार यादव ने स्वास्थ्य मंत्री और विधायकों की घोषणाओं को "जुमलेबाजी" करार दिया. उन्होंने कहा कि पहले भी कई विकास योजनाएं जैसे पावर प्लांट और हवाई पट्टी की घोषणाएं की गई थी, लेकिन कोई भी पूरी नहीं हुई. उन्होंने क्षेत्र की संवैधानिक स्थिति पर भी सवाल उठाए और कहा कि यह क्षेत्र अनुसूचित क्षेत्र होने के बावजूद विकास कार्यों में लगातार उपेक्षित रहा है.
"यह क्षेत्र अनुसूचित क्षेत्र है. यहां की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. सरकार सिर्फ चुनावी जुमलेबाजी में लगी है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. :विजेंद्र कुमार यादव, सोशल वर्कर
बता दें कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. वहीं मंत्री जायसवाल ने जल्द राशि स्वीकृति की घोषणा की है. हालांकि विपक्ष इसे जुमलेबाजी करार दे रहा है. विपक्ष के प्रहार पर अबतक बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.