मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के बैकुंठपुर जिला अस्पताल में ईलाज के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. अब गर्भवती महिला की मौत पर सियासत गरमा गई है. सरकारी अस्पतालों में सुविधा नहीं होने के चलते गर्भवती महिला की मौत होने की आरोप कांग्रेस लगा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री के दावों पर उठाए सवाल : कांग्रेस ने घटना को गंभीर मानते हुए इसे चिंताजनक बताया है. कांग्रेस ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के हाल ही में किए गए दावों को सोशल मीडिया पर प्रचार करार देते हुए इसकी निंदा की है. कांग्रेस का कहना है कि मंत्री के दावों और स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत में बड़ा अंतर है. क्योंकि जनता को गुमराह किया जा रहा है.
"स्वास्थ्य मंत्री शायद यह भूल रहे हैं कि छत्तीसगढ़ का बंटवारा हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है. बीजेपी सरकार ने यहां लंबे समय तक शासन किया है. छत्तीसगढ़ में 15 साल बीजेपी की सरकार रही है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री स्वयं विधायक रहे हैं. उनके क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद दयनीय है. अस्पतालों में इलाज के बजाय मरीजों को रेफर किया जाता है. इसी वजह से आज गर्भवती महिला की मौत हो गई." - सौरभ मिश्रा, प्रवक्ता, कांग्रेस
सवालों के घेरे में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति : कांग्रेस का कहना है कि मंत्री जायसवाल के किए गए दावे केवल राजनीतिक बयानबाजी हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अभी भी बदतर बनी हुई है. लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. जबकि मंत्री चुनावी वादों और बड़े-बड़े दावों में व्यस्त हैं. विपक्ष ने आरोप लगाया कि जो काम करने के मंत्री वादे कर रहे हैं, वो पहले से ही अधूरे पड़े हैं और उनके कार्यकाल में कोई ठोस प्रगति नहीं हो रही है.
बैकुंठपुर में हुई गर्भवती महिला की मौत : जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अविनाश खरे ने बताया, "मृतक गर्भवती महिला की हालत गंभीर थी. उसे बिहारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. वहां उसका बीपी बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ था, जिसे नियंत्रित किया गया. फिर उसे बैकुंठपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया. लेकिन ईलाज के दौरान महिला की मौत हो गई."
स्वास्थ्य मंत्री के दावों पर उठे सवाल : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दावा किया था कि अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए उन्होंने 600 करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि पास कराया. मंत्री जायसवाल ने कहा था कि उन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं. उन्होंने अमृत जल मिशन और चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ के लिए रेल लाइन जैसे महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का जिक्र किया, जिनकी लागत करोड़ों में बताई. उन्होने यह भी दावा किया कि पिछले 75 सालों में जो काम नहीं हो पाया, उसे वह अगले 5 सालों में कर दिखाएंगे.