हल्द्वानी: उत्तराखंड के नैनीताल हाईकोर्ट को शिफ्ट करने और एक और नई बेंच ऋषिकेश में बनाए जाने पर उठे विवाद पर अब राजनीति शुरू हो गई है. हाईकोर्ट के दो न्यायमूर्ति द्वारा मौखिक रूप से एक बेंच ऋषिकेश में बनाए जाने के निर्देशों के बाद ये मामला गर्मा गया है. उत्तराखंड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने हाईकोर्ट के आठ मई के आदेश सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
नैनीताल से हाईकोर्ट शिफ्टिंग के मुद्दे पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर सरकार को आगाह किया है.हाईकोर्ट के एक बेंच को ऋषिकेश शिफ्ट करने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. यशपाल आर्य ने कहा है कि इस मामले में सरकार खुद कटघरे में खड़ी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आगाह किया है.
उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह कराकर हाईकोर्ट को शिफ्ट करना इसका समाधान नहीं है, हाईकोर्ट कहां शिफ्ट हो और कहां नई, बेंच बने इसका निर्णय राज्य और केंद्र सरकार को लेना चाहिए था.सरकार के निर्णय में जनमत संग्रह कहां से सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट शिफ्टिंग को लेकर राज्य सरकार को अपना पक्ष साफ रखने की जरूरत है. हाईकोर्ट को लेकर सरकार की मनसा और नियत क्या है सरकार इसको स्पष्ट करें. उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में पहले अपना पक्ष जनता के सामने रखे, जिसके बाद विपक्ष अपना पक्ष भी रखेगा.
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