रांचीः झारखंड सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड, हज कमेटी, उर्दू एकेडमी, मदरसा बोर्ड और अल्पसंख्यकों के लिए अलग से शिक्षा विभाग बनाने की तैयारी पर सियासत शुरू हो गई है.राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने इसे तुष्टिकरण बताते हुए हेमंत सरकार पर निशाना साधा है.
वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाने की कोशिशः भाजपा
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि इस सरकार ने विगत साढ़े चार वर्षों में ऐसे-ऐसे फैसले लिए हैं, जिससे खास वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाने की कोशिश है. मगर वास्तविकता यह है कि वह जमीन पर नहीं उतरा है. जनता समझ चुकी है कि ये फैसले चुनाव को ध्यान में रखकर लिए जा रहे हैं. आखिर क्या वजह थी कि साढ़े चार साल तक सरकार आंख मूंदे बैठी रही और अब चुनाव सामने है तो उसे अपना वोट बैंक याद आने लगा है.
विकास की लकीर खींचने में लगे हैं-जेएमएम
विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे है सवाल पर पलटवार करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा है कि हेमंत सरकार राज्य में विकास की लकीर खींचने में लगी है, न की तुष्टिकरण करने का काम कर रही है.इस संबंध में जेएमएम केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि तुष्टिकरण हम नहीं, बल्कि बलात्कारी राम रहीम को जेल से बाहर निकालकर हरियाणा चुनाव से पहले बड़े-बड़े होर्डिंग लगानेवाले दल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 10वीं बार राम रहीम को जेल से बाहर निकाला गया है.
सबका साथ-सबका विकास देखें झारखंड में
झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास यदि देखना हो आइए झारखंड और देखिए हेमंत सोरेन की सरकार कैसे काम करती है. उन्होंने कहा कि उर्दू एकेडमी के साथ-साथ हिन्दी अकादमी का भी गठन होगा. बहरहाल, सियासी बयानबाजी के बीच सरकार ने वक्फ बोर्ड और हज कमेटी को पुनर्गठित कर साफ संकेत दे दिया है कि आनेवाले समय में कई और फैसले लिए जाएंगे, जो अल्पसंख्यक हितों से जुड़ा होगा.
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